इंदौर। प्रदेश लोगों को अब वैलनेस सेंटर में पंचकर्म और आयुर्वेदिक इलाज की सुविधा आसानी से मिल सकेगी. इसके लिए आयुष विभाग अब प्रदेश भर में 262 वैलनेस सेंटर स्थापित करने जा रहा है. इसके अलावा पर्यटन विभाग की होटलों में भी पंचकर्म के सेंटर बनाए जाएंगे.
प्रदेश में आयुर्वेदिक इलाज के प्रति बढ़ते रुझान और आयुष गतिविधियों के विस्तार के चलते अब राज्य सरकार ने प्रदेश भर में केरल पद्धति की तर्ज पर पंचकर्म सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है. इंदौर में आयुष मंत्री राम किशोर कांवरे के अलावा तुलसी सिलावट और पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर की मौजूदगी में आयोजित एक बैठक में विभागीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि आम लोगों का भरोसा आयुष गतिविधियों की ओर बढ़ रहा है. लिहाजा पर्यटन विभाग की होटल और रिसोर्ट में आयुष विभाग द्वारा केरल पद्धति की तर्ज पर पंचकर्म सेंटर स्थापित किये जायेंगे.
262 नए वेलनेस सेंटर किए जा रहे स्थापित
साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में आयुष को बढ़ावा देने के लिये 262 और नये वेलनेस सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं. मंत्री कांवरे ने बताया कि अभी हाल ही में प्रदेश के 100 गांवों में वेलनेस सेंटर शुरू किये गये हैं. इन केन्द्रों के जरिए एक हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे. दरअसल मंत्री ने आज यहां शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय इंदौर की साधारण सभा को सम्बोधित कर रहे थे.
त्वचा रोगों का शोध केंद्र बनेगा अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज
शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय इंदौर में त्वचा रोगों के उपचार के लिये शौध केन्द्र बनाया जायेगा. इस महाविद्यालय में आयुर्वेदिक औषधियों के व्यवसायिक उत्पादन को प्रारंभ किया जायेगा. यह औषधियां बिना लाभ हानि के खरीदी जाएगी. महाविद्यालय में औषधी उद्यान स्थापित किये जायेंगे.मंत्री कावरे ने कहा कि डिस्पेंसरियों में भी पंचकर्म की सुविधा शुरु करने पर विचार किया जा रहा है.