होशंगाबाद। मध्य प्रदेश के मशहूर हिल स्टेशन और मिनी कश्मीर की पहचान रखने वाले देवो के देव महादेव की नगरी पचमढ़ी में नए साल पर भक्त सबसे पहले सूर्य भगवान का दर्शन करने पहुंचे. सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में समुद्र तल से करीब 4 हजार 400 फीट ऊंचाई पर स्थित धूपगढ़ की चोटी से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा सबसे पहले देखा जाता है. वहीं इस साल की सुबह की जो शुरुआत हुई, वह बादलों और कोहरे के साथ हुई. बादलों के बीच धूपगढ़ पहुंचे पर्यटकों से सूर्यदेवता आंखमिचौली करते नजर आए.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बायसन लॉज में सूर्यास्त का नजारा देखने के लिए करीब 250 गाड़ियां साल के अंतिम दिन बुक हुई थी. जिसमें लगभग 2 हजार लोग सूर्यास्त देखने पहुंचे थे. वहीं हजारों की संख्या में लोग ने साल 2022 की सुबह की शुरूआत धूपगढ़ पहुंचकर सूर्योदय के साथ किया. पर्यटकों ने इस सुनहरे मौसम का जमकर आनंद लिया. कड़कड़ाती ठंड और सर्द हवाओं के बीच दिन का तापमान 18 डिग्री से नीचे पहुंच गया. ऐसे में नए साल का स्वागत करने के लिए करीब 50 हजार पर्यटक पहुंचे.
पचमढ़ी में नव वर्ष आगमन की तैयारी
नववर्ष के आगमन की तैयारी हर तरफ काफी पहले से ही की गई थी. 2021 को विदा करने और 2022 के स्वागत के इंतजार में हर कोई इसे यादगार बनाने में जुट गया था. वहीं सैलानियों का कहना है कि 2021 की यादों को अपने साथ रखने का सबसे नायाब तरीका धूपगढ़ की चोटी से 31 दिसंबर 2021 का आखरी सूर्यास्त देखना रहा. जहां धुंध की वजह से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूरज आंख मिचौली करता नजर आया. साल 2021 और 2022 की ये यादें हमेशा जेहन में रहेंगी. व्यू पॉइंट पर सैलानियों की खासी भीड़ देखने को मिली.
साल के पहले दिन होटल्स फुल
नए साल के पहले दिन सभी होटल हाउसफुल रहीं. एमपी टूरिज्म वन विभाग पीडब्ल्यूडी सहित सरकारी होटल सब पहले से ही पर्यटकों ने बुक कर लिए थे. सरकारी और निजी होटल व्यवसायियों ने नए साल का शानदार तरीके से स्वागत किया. कहीं ऑर्केस्ट्रा का इंतजाम किया गया, तो कहीं गीत संगीत की महफिलें सजी. कोविड-19 को देखते हुए प्रोटोकॉल का पालन भी किया गया.