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किसान पर बारिश की मार, नमी के चलते धान नहीं खरीद रही सोसाइटी

प्रदेश के कई हिस्सों में हुई तेज बारिश ने किसानों को परेशान कर दिया है. बारिश के चलते होशंगाबाद के किसानों के धान में ज्यादा नमी आ जाने की वजह से धान नही बिक पा रहा है और न ही वेयरहाउस में रखा जा रहा है.

Society is not buying paddy due to moisture in hoshngabad
बारिश से धान में नमी
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Published : Dec 13, 2019, 11:48 PM IST

होशंगाबाद। कृषि प्रधान प्रदेश में किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जहां पिछले हफ्ते से जिले में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन नहीं होने के चलते किसानों का धान नहीं बिक पा रहा था और अब गुरुवार को हुई बारिश ने किसानों की और मुसीबत बढ़ा दी है.

देर रात हुई बारिश की वजह से सूखी रखी हुई धान में नमी लग गई है, जिसके चलते किसानों की धान समितियों ने खरीदने से मना कर दिया है. साथ ही खरीद केंद्रों पर रखी हुई धान को भी नेफेड अधिकारी वेयरहाउस में रखने से इंकार कर रहे है.

बारिश से धान में नमी

सरकार के नियमों के अनुसार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर जो धान खरीदी गई उसमें नमी का प्रतिशत 17 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए, लेकिन गुरुवार को हुई जोरदार बारिश से धान गीली हो जाने से उसमें नमी का प्रतिशत 19 से 20 फीसदी तक पहुंच गया है. नमी का प्रतिशत बढ़ने से नेफेड के अधिकारियों ने इसे वेयरहाउस में रखने से मना कर दिया है, जिसके चलते धान से भरे हुए ट्रक वेयरहाउस के बाहर खड़े हुए हैं.

इन सभी बातों को चलते राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ कलेक्टर से मिलने पहुंचे. सभी तरह की समस्याएं कलेक्टर के समक्ष रही गई लेकिन इन हल अभी तक नही निकल पाया है.

होशंगाबाद। कृषि प्रधान प्रदेश में किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जहां पिछले हफ्ते से जिले में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन नहीं होने के चलते किसानों का धान नहीं बिक पा रहा था और अब गुरुवार को हुई बारिश ने किसानों की और मुसीबत बढ़ा दी है.

देर रात हुई बारिश की वजह से सूखी रखी हुई धान में नमी लग गई है, जिसके चलते किसानों की धान समितियों ने खरीदने से मना कर दिया है. साथ ही खरीद केंद्रों पर रखी हुई धान को भी नेफेड अधिकारी वेयरहाउस में रखने से इंकार कर रहे है.

बारिश से धान में नमी

सरकार के नियमों के अनुसार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर जो धान खरीदी गई उसमें नमी का प्रतिशत 17 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए, लेकिन गुरुवार को हुई जोरदार बारिश से धान गीली हो जाने से उसमें नमी का प्रतिशत 19 से 20 फीसदी तक पहुंच गया है. नमी का प्रतिशत बढ़ने से नेफेड के अधिकारियों ने इसे वेयरहाउस में रखने से मना कर दिया है, जिसके चलते धान से भरे हुए ट्रक वेयरहाउस के बाहर खड़े हुए हैं.

इन सभी बातों को चलते राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ कलेक्टर से मिलने पहुंचे. सभी तरह की समस्याएं कलेक्टर के समक्ष रही गई लेकिन इन हल अभी तक नही निकल पाया है.

Intro:होशंगाबाद । कृषि प्रधान प्रदेश में किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जहां पिछले हफ्ते से जिले में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों धान का परिवहन नहीं होने के चलते किसानों का धान नहीं बिक पा रहा था और अब गुरुवार को हुई बारिश में किसानों की और मुसीबत बढ़ा दी है सूखी रखी हुई धान में नमी लग गई है जिसके चलते किसानों की धान समितियों ने खरीदने से मना कर दिया है साथ ही खरीद केंद्रों पर रखी हुई धान को भी नेफेड ने वेयरहाउस में रखने से भी इंकार कर रहा है ।


Body:सरकार के नियमों के अनुसार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर जो धान खरीदी गई उसमें नमी का प्रतिशत 17 फीस दी से ज्यादा नहीं होना चाहिए लेकिन गुरुवार को सुबह और शाम हुई जोरदार बारिश है धान गीली हो जाने से उसमें नमी का प्रतिशत 19 से 20 फीस दी तक पहुंच गया हालांकि धान का परिवहन तो गुरुवार शाम से शुरू कर दिया गया है लेकिन अब नमी का प्रतिशत बढ़ने से नेफेड के अधिकारियों ने इसे वेयरहाउस में रखने से मना कर दिया है जिसके चलते धान से भरे हुए ट्रक वेयरहाउस के बाहर खड़े हुए हैं ।परिवहन पूरा नहीं होने के चलते ग्राउंड खाली नहीं हो सका है जिसके चलते नए किसानों की धान लेकर केंद्रों पर पहुंच रहे हैं उनकी भी तुलाई नहीं हो पा रही है । इन सभी बातों को चलते राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ में कलेक्टर का प्रतिनिधित्व कलेक्टर से मिलने पहुंचे सभी तरह की समस्याओं से कलेक्टर के समक्ष रही गई लेकिन इन हल अभी तक नही निकल पाया है ।

बाइट मरदान सिंह चौहान , सोसायटी प्रबंधक होशंगाबाद


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