होशंगाबाद। कृषि प्रधान प्रदेश में किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जहां पिछले हफ्ते से जिले में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन नहीं होने के चलते किसानों का धान नहीं बिक पा रहा था और अब गुरुवार को हुई बारिश ने किसानों की और मुसीबत बढ़ा दी है.
देर रात हुई बारिश की वजह से सूखी रखी हुई धान में नमी लग गई है, जिसके चलते किसानों की धान समितियों ने खरीदने से मना कर दिया है. साथ ही खरीद केंद्रों पर रखी हुई धान को भी नेफेड अधिकारी वेयरहाउस में रखने से इंकार कर रहे है.
सरकार के नियमों के अनुसार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर जो धान खरीदी गई उसमें नमी का प्रतिशत 17 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए, लेकिन गुरुवार को हुई जोरदार बारिश से धान गीली हो जाने से उसमें नमी का प्रतिशत 19 से 20 फीसदी तक पहुंच गया है. नमी का प्रतिशत बढ़ने से नेफेड के अधिकारियों ने इसे वेयरहाउस में रखने से मना कर दिया है, जिसके चलते धान से भरे हुए ट्रक वेयरहाउस के बाहर खड़े हुए हैं.
इन सभी बातों को चलते राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ कलेक्टर से मिलने पहुंचे. सभी तरह की समस्याएं कलेक्टर के समक्ष रही गई लेकिन इन हल अभी तक नही निकल पाया है.