होशंगाबाद। भारतीय रेलवे कोरोना मरीजों को बचाने जीवन रक्षक के रूप में 'रोल ऑन, रोल ऑफ' सेवा के तहत ऑक्सीजन टैंकरों को ट्रक के माध्यम से जल्द से जल्द उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुंचा रही है. इस क्रम में खुर्दा रोड ओडिशा से 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन 6 टैंकरों में लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस गुरुवार को रात में इटारसी होकर बनाए गए ग्रीन कॉरीडोर से निकली.
कटनी में पहली बार पहुंची 'प्राणवायु', 11 टन लिक्विड ऑक्सीजन पहुंची
- 225 किमी लंबा ग्रीन कारीडोर
रेलवे के सीपीआरओ जबलपुर जोन राहुल जयपुरियार ने बताया कि 13 मई को टाटा संयंत्र खुर्दा रोड से निकली यह ट्रेन बिलासपुर, कटनी, बीना, भोपाल, इटारसी, नागपुर होकर 16 मई की सुबह एर्नाकुलम पहुंच जाएगी. पश्चिम मध्य रेलवे ने इस ट्रेन को पहले पास करके बीना से इटारसी के जुझारपुर तक करीबन 225 किमी लंबा ग्रीन कारीडोर बनाया. इस मार्ग पर पडने वाले सभी स्टेशनों पर ग्रीन सिग्नल थे. केवल इटारसी में ट्रेन दो मिनट रूकी. इस दौरान स्टॉफ चेंज हुआ और ट्रेन अपने गंतव्य के लिए चल पड़ी. उन्होंने बताया कि यह ट्रेन करीबन 2 हजार किमी का सफर तय कर लगभग 60 घंटे में रविवार सुबह तक एर्नाकुलम पहुंचने की उम्मीद है. इस ट्रेन की गति 80 किमी प्रति घंटे थी. वैसे सामान्य ट्रेनों को इतनी दूरी तय करने में 70 घंटे लग जाते हैं.