होशंगाबाद। कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद अब स्कूलों की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. तो वहीं कॉलेज परीक्षाएं भी आने वाले दिनों में शुरू होने वाली हैं. ऐसे में होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा तहसील के कुसुम महाविद्यालय के शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ में से कई लोग कॉलेज बंद होने के चलते अपने घर चले गए थे. जो अब वापस आकर परीक्षा की ड्यूटी में शामिल होंगे.
जिसके विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने तहसील कार्यालय पहुंचकर जिला प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कहा गया है की दूसरे शहरों से वापस आने वाले शिक्षकों और स्टाफ का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाए.
दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के कारण होशंगाबाद जिले के स्कूल कॉलेज बंद होने के चलते कई शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ अपने-अपने घर वापस चले गए थे. अब परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं.
ऐसे में आने वाले दिनों में यह स्टाफ वापस लौटने वाला है. इनमें से कई शिक्षक और स्टाफ मध्य प्रदेश के कई शहरों से वापस आकर परीक्षा ड्यूटी में शामिल होंगे. लेकिन अब लगातार कोरोना वायरस के संदिग्धों की बढ़ोतरी हो रही है.
ऐसे में छोटी-छोटी लापरवाही भारी पड़ सकती है. जिसे लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने तहसील कार्यालय पहुंचकर कुसुम महाविद्यालय के बाहर दूसरे शहर से वापस आने वाले शिक्षकों और अन्य स्टाफ के स्वास्थ्य परीक्षण सहित क्वॉरेंटाइन करने की मांग की है.
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में तहसील कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए चेतावनी दी है. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो क्षेत्र को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाते हुए एनएसयूआई बाहर से आने वाले शिक्षकों सहित अन्य स्टाफ को कॉलेज में प्रवेश करने से रोकेगा.