भोपाल। राजधानी में रहकर पढ़ाई कर रहे नर्मदापुरम के छात्र निशांक राठौर की आत्महत्या के मामले में पुलिस जांच कर रही है. वहीं इस मामले में परिजनों का कहना है कि निशांक कायर नहीं था जो वो आत्महत्या करेगा. कल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अलग-अलग बिंदुओं से इस पूरे मामले की जांच कर रही है. घटना में हत्या और आत्महत्या दोनों तरह की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिसके बाद गृहमंत्री ने मामले में एसआईटी की टीम गठित करने के आदेश दिए हैं. (Nishank Rathore Case)
पूरे परिवार में छाया मातम: निशांक की मौत की घटना को लगभग 48 घंटे बीत चुके हैं. भाई की याद में अब भी परिजनों और दोनों बहनों का रो रोकर बुरा हाल है. हर पल बहनों को अपने भाई की याद सता रही है. घर ही नहीं पूरे मोहल्ले में घटना के दूसरे दिन भी मातम पसरा हुआ है. निशांक की बहन अंजली और दीक्षा दोनों ही भोपाल में रहकर साप्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं, इस घटना से राठौर परिवार पर असहनीय वज्रपात हुआ है, जिससे पूरा परिवार एक पल में ही बिखर गया है.
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क्या है मामला: पूरा मामला दो दिन पहले का है, जहां सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाले जाने के बाद भोपाल में रहने वाले सिवनी मालवा के युवक निशांक राठौर उम्र 20 साल का शव बरखेडा रेलवे ट्रैक पर मिला था. सिवनी मालवा निवासी निशांक राठौर की अंत्येष्टि के बाद परिजनों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "यह आत्महत्या नहीं, हत्या है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. हमारा भाई कायर नहीं था, जो इस तरह आत्महत्या करता. उसके साथ कोई अनहोनी घटना हुई है." निशांक के पिता उमाशंकर राठौर ने कहा कि मेरे बेटे पर आत्महत्या करने का जो कलंक लगा है, वो गलत है. मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.