होशंगाबाद। जिले में बारिश शुरु होने के कारण एनजीटी ने नदी के किनारे सभी खदानों में रोक लगा दी थी. लेकिन अब बारिश बंद होने के बाद एनजीटी ने रोक हटा दी है और जिले की सभी 9 खदानों को शुक्रवार रात से शुरु कर दी है. साथ ही सभी खदानों के पोर्टल खोल दिए गए हैं.
दरअसल लॉकडाउन के बाद बारिश शुरू होने के चलते एनजीटी ने नदी के किनारे की सभी खदानों पर रोक लगा दी थी. रोक 1 अक्टूबर से ही समाप्त हो गई है. जिसके बाद खनिज विभाग ने सभी खदानों का सीमांकन कराकर शुक्रवार देर रात खनन की अनुमति जारी कर दी है. वहीं सभी खदानों के पोर्टल खनिज विभाग की साइट पर ओपन कर दिए गए हैं.
जिले भर में खदानों से ही रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है, फिलहाल रेत का स्टॉक करने पर जिला प्रशासन ने अनुमति जारी नहीं की है, केवल खदानों से ही खनन की अनुमति दी गई है.
दरअसल लंबे समय से खनन पर रोक के चलते होशंगाबाद जिले से रेत का परिवहन नहीं हो पा रहा था, वहीं प्रदेशभर में सबसे अधिक राजस्व होशंगाबाद रेत खदानों से ही प्राप्त होता है. अब सभी खदानों की परमिशन दे दी गई है जिसके बाद आसानी से रेत मिल सकेगी.
बता दें इस बार होशंगाबाद में नर्मदा में बाढ़ आने के चलते काफी मात्रा में रेत खदानों में जमा हो गई है, ऐसे में भरपूर मात्रा में खदान मालिक खनन कर रेत को बेच सकेंगे. हालांकि कांग्रेस सरकार में रेत के टेंडर किए गए थे. लेकिन टेंडर एजेंसी प्रक्रिया को पूरा नही कर पाई थी. ऐसे में सभी पुराने खदान मालिकों को ही फिर एक बार खनन के लिए अनुमति जारी कर दी गई है.