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Narmada Jayanti Mahotsav 2022: अब नर्मदापुरम के नाम से जाना जाएगा होशंगाबाद, सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन

होशंगाबाद में आज से नर्मदा जयंती के मौके पर निर्झरणी महोत्सव का आगाज हो गया है. मंगलवार 8 फरवरी को सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती पर सेठानी घाट पर होने वाले आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे, इस दौरान नर्मदा के किनारे बसे होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम कर दिया गया है. (Narmada Jayanti Mahotsav 2022)

Narmada Jayanti mahotsav
नर्मदा महोत्सव का आगाज
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Published : Feb 7, 2022, 10:09 AM IST

Updated : Feb 7, 2022, 4:14 PM IST

होशंगाबाद। होशंगाबाद में आज से नर्मदा जयंती के मौके पर दो दिवसीय निर्झरणी महोत्सव का आगाज़ हो गया है. यह आयोजन प्रदेश के 11 जिलों अमरकंटक, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), नेमावर (देवास), बरमान घाट (नरसिंहपुर), ओंकारेश्वर (खंडवा), मंडलेश्वर (खरगोन), डही (धार) और बड़वानी में आयोजित हो रहा है. कल यानी 8 फरवरी को सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) नर्मदा जयंती पर होशंगाबाद के सेठानी घाट पर होने वाले आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. नर्मदा के किनारे बसे होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम कर दिया गया है, इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. आज 7 फरवरी को मंगलाचरण के दौरान घाट पर नर्मदा जी की पूजन अर्चन और अभिषेक किया गया. इसके साथ ही विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होंगे.

सेठानी घाट पर बना आकर्षक जलमंच

नर्मदा महोत्सव को लेकर तैयारियों एक दिन पहले ही पूरी कर ली गई थीं. जिले के प्रसिद्ध सेठानी घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है, आकर्षक लाइट और रंग रोगन किया गया है, जो श्रद्धालुओं का मन मोह रहा है. इसके साथ ही यहां पहले की तरह आकर्षक जलमंच बनाया गया है, जिस पर मुख्य अतिथि एवं अन्य नागरिकों द्वारा मां नर्मदा का पूजन, अभिषेक करेंगे. इस दौरान सेठानी घाट पर कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है.

दो जगहों पर बनाए गए स्वागत द्वार, चार स्थानों से होगा लाइव प्रसारण

नर्मदा जयंती के अवसर पर शहर के प्रमुख चौराहे भोपाल चौराहा और बाबई रोड पर दो स्वागत द्वार बनाए गए हैं. इसके साथ ही शहर के अनेक स्थानों पर वंदनवार सजाए गए हैं. वहीं नगर पालिका द्वारा शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर रंगरोगन और रोशनी की गई है. यहां आने वाले भक्तों को गंदगी का सामना न करना पड़े इसके लिए लगातार साफ सफाई की जा रही है. वहीं इस आयोजन का प्रसारण शहर के प्रमुख चौराहों पर्यटन घाट के पास सतरस्ता, जय स्तंभ चौराहा और इंदिरा चौक पर होगा.

सुरक्षा चाक चौबंद, चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर

नर्मदा जयंती के अवसर पर मुख्य समारोह स्थल सेठानी घाट सहित अन्य घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. घांटों पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट, पुलिस एवं होमगार्ड का बल तैनात हैं जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हैं. घाटों पर नाव एवं जीवन सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था की गई है. साथ ही कार्यक्रम की मॉनिटरिंग एवं समन्वय के लिए कंट्रोल रूम तैयार किया गया हैं. समारोह के दौरान ड्रोन के उपयोग पर भी प्रतिबंध है.

नर्मदा जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी! सुबह 10 बजे शोभा यात्रा से निर्झरिणी महोत्सव की होगी शुरुआत

सेठानी घाट पर मंगलाचरण में हुई पूजा अर्चना

सेठानी घाट पर आज सुबह 9 बजे मंगलाचरण में पूजा अर्चना एवं भजनांजलि हुई. प्रातः 9:30 रंगोली, चित्रकला एवं मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. सायं 7:00 बजे नित्य आरती महा समिति द्वारा मां नर्मदा की महाआरती होगी और सायं 7:30 बजे वीणा पाणी व्रंद के कलाकारों द्वारा भजन की प्रस्तुति दी जायेगी. दूसरे दिन 8 फरवरी को सुबह 10:30 बजे प्राचीन नर्मदा मंदिर में मां नर्मदा का जन्मउत्सव मनाया जाएगा. इसके बाद दोपहर 03.30 बजे नर्मदा मंदिर, मोरछली चौक से सेठानी घाट तक शोभायात्रा निकाली जायेगी. शाम 6.00 बजे जल मंच से मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा मां नर्मदा का अभिषेक एवं महाआरती की जाएगी एवं रात्रि 8 बजे आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मां नर्मदा पर केन्द्रित नृत्य नाटिका एवं भक्ति गायन, संस्कृति संचालनालय द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रम, जनजातीय नृत्य और फ़िल्म का प्रदर्शन

निर्झरणी महोत्सव पर सभी स्थानों पर जनजातीय और लोक नृत्य, लीला नाट्य गायन, वादन आदि की प्रस्तुति दी जाएंगी. नर्मदा जी की कथाओं पर आधारित जनजातीय चित्रों की प्रदर्शनी, रामायण में वर्णित वनवासी चरित्रों पर केंद्रित एकाग्र चित्र प्रदर्शनी और मां नर्मदा पर केंद्रित 'जीवन रेखा' और 'राग आफ रिवर नर्मदा' फिल्म दिखाई जाएंगी. अमरकंटक में करमा-सैला नृत्य और परधौनी-करमा नृत्य, डिंडौरी में गुदुमबाजा और करमा नृत्य तथा मंडला में अवधी गायन और सैला-रीना नृत्य की प्रस्तुति होगी. वहीं गोंड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्र पर केन्द्रित 'शाश्वत' चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.

यातायात और पार्किंग व्यवस्था

नर्मदा महोत्सव के चलते यातायात तथा पार्किंग व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया है. कल 8 फरवरी को 5 बजे से देर रात तक गांधी चौक (अस्पताल तिराहा से) सराफा चौक की ओर चार पहिया वाहन तथा बड़े वाहन प्रतिबंधित रहेंगे. सतरस्ता से अमरचौक तथा इन्द्रा चौक की तरफ चार पहिया वाहन का प्रवेश एवं सराफा चौक से सेठानी घाट की तरफ सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. सेन्ट्रल बैंक तिराहा से सेठानी घाट की ओर एवं एकता चौक से कोरी घाट तरफ सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. नर्मदा जयंती कार्यक्रम तथा अन्य कारण से इस क्षेत्र में आने वाले वाहनों की पार्किग व्यवस्था सेठ गुरूप्रसाद स्कूल परिसर तथा एसएनजी स्कूल परिसर में रखी गई है.

(Narmada Jayanti Mahotsav 2022)

होशंगाबाद। होशंगाबाद में आज से नर्मदा जयंती के मौके पर दो दिवसीय निर्झरणी महोत्सव का आगाज़ हो गया है. यह आयोजन प्रदेश के 11 जिलों अमरकंटक, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), नेमावर (देवास), बरमान घाट (नरसिंहपुर), ओंकारेश्वर (खंडवा), मंडलेश्वर (खरगोन), डही (धार) और बड़वानी में आयोजित हो रहा है. कल यानी 8 फरवरी को सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) नर्मदा जयंती पर होशंगाबाद के सेठानी घाट पर होने वाले आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. नर्मदा के किनारे बसे होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम कर दिया गया है, इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. आज 7 फरवरी को मंगलाचरण के दौरान घाट पर नर्मदा जी की पूजन अर्चन और अभिषेक किया गया. इसके साथ ही विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होंगे.

सेठानी घाट पर बना आकर्षक जलमंच

नर्मदा महोत्सव को लेकर तैयारियों एक दिन पहले ही पूरी कर ली गई थीं. जिले के प्रसिद्ध सेठानी घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है, आकर्षक लाइट और रंग रोगन किया गया है, जो श्रद्धालुओं का मन मोह रहा है. इसके साथ ही यहां पहले की तरह आकर्षक जलमंच बनाया गया है, जिस पर मुख्य अतिथि एवं अन्य नागरिकों द्वारा मां नर्मदा का पूजन, अभिषेक करेंगे. इस दौरान सेठानी घाट पर कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है.

दो जगहों पर बनाए गए स्वागत द्वार, चार स्थानों से होगा लाइव प्रसारण

नर्मदा जयंती के अवसर पर शहर के प्रमुख चौराहे भोपाल चौराहा और बाबई रोड पर दो स्वागत द्वार बनाए गए हैं. इसके साथ ही शहर के अनेक स्थानों पर वंदनवार सजाए गए हैं. वहीं नगर पालिका द्वारा शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर रंगरोगन और रोशनी की गई है. यहां आने वाले भक्तों को गंदगी का सामना न करना पड़े इसके लिए लगातार साफ सफाई की जा रही है. वहीं इस आयोजन का प्रसारण शहर के प्रमुख चौराहों पर्यटन घाट के पास सतरस्ता, जय स्तंभ चौराहा और इंदिरा चौक पर होगा.

सुरक्षा चाक चौबंद, चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर

नर्मदा जयंती के अवसर पर मुख्य समारोह स्थल सेठानी घाट सहित अन्य घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. घांटों पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट, पुलिस एवं होमगार्ड का बल तैनात हैं जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हैं. घाटों पर नाव एवं जीवन सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था की गई है. साथ ही कार्यक्रम की मॉनिटरिंग एवं समन्वय के लिए कंट्रोल रूम तैयार किया गया हैं. समारोह के दौरान ड्रोन के उपयोग पर भी प्रतिबंध है.

नर्मदा जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी! सुबह 10 बजे शोभा यात्रा से निर्झरिणी महोत्सव की होगी शुरुआत

सेठानी घाट पर मंगलाचरण में हुई पूजा अर्चना

सेठानी घाट पर आज सुबह 9 बजे मंगलाचरण में पूजा अर्चना एवं भजनांजलि हुई. प्रातः 9:30 रंगोली, चित्रकला एवं मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. सायं 7:00 बजे नित्य आरती महा समिति द्वारा मां नर्मदा की महाआरती होगी और सायं 7:30 बजे वीणा पाणी व्रंद के कलाकारों द्वारा भजन की प्रस्तुति दी जायेगी. दूसरे दिन 8 फरवरी को सुबह 10:30 बजे प्राचीन नर्मदा मंदिर में मां नर्मदा का जन्मउत्सव मनाया जाएगा. इसके बाद दोपहर 03.30 बजे नर्मदा मंदिर, मोरछली चौक से सेठानी घाट तक शोभायात्रा निकाली जायेगी. शाम 6.00 बजे जल मंच से मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा मां नर्मदा का अभिषेक एवं महाआरती की जाएगी एवं रात्रि 8 बजे आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मां नर्मदा पर केन्द्रित नृत्य नाटिका एवं भक्ति गायन, संस्कृति संचालनालय द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रम, जनजातीय नृत्य और फ़िल्म का प्रदर्शन

निर्झरणी महोत्सव पर सभी स्थानों पर जनजातीय और लोक नृत्य, लीला नाट्य गायन, वादन आदि की प्रस्तुति दी जाएंगी. नर्मदा जी की कथाओं पर आधारित जनजातीय चित्रों की प्रदर्शनी, रामायण में वर्णित वनवासी चरित्रों पर केंद्रित एकाग्र चित्र प्रदर्शनी और मां नर्मदा पर केंद्रित 'जीवन रेखा' और 'राग आफ रिवर नर्मदा' फिल्म दिखाई जाएंगी. अमरकंटक में करमा-सैला नृत्य और परधौनी-करमा नृत्य, डिंडौरी में गुदुमबाजा और करमा नृत्य तथा मंडला में अवधी गायन और सैला-रीना नृत्य की प्रस्तुति होगी. वहीं गोंड समुदाय में प्रचलित नर्मदा कथा के चित्र पर केन्द्रित 'शाश्वत' चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.

यातायात और पार्किंग व्यवस्था

नर्मदा महोत्सव के चलते यातायात तथा पार्किंग व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया है. कल 8 फरवरी को 5 बजे से देर रात तक गांधी चौक (अस्पताल तिराहा से) सराफा चौक की ओर चार पहिया वाहन तथा बड़े वाहन प्रतिबंधित रहेंगे. सतरस्ता से अमरचौक तथा इन्द्रा चौक की तरफ चार पहिया वाहन का प्रवेश एवं सराफा चौक से सेठानी घाट की तरफ सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. सेन्ट्रल बैंक तिराहा से सेठानी घाट की ओर एवं एकता चौक से कोरी घाट तरफ सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. नर्मदा जयंती कार्यक्रम तथा अन्य कारण से इस क्षेत्र में आने वाले वाहनों की पार्किग व्यवस्था सेठ गुरूप्रसाद स्कूल परिसर तथा एसएनजी स्कूल परिसर में रखी गई है.

(Narmada Jayanti Mahotsav 2022)

Last Updated : Feb 7, 2022, 4:14 PM IST
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