होशंगाबाद। लॉकडाउन के दौरान फंसे प्रवासी मजदूरों का आना लगा हुआ है, वहीं महाराष्ट्र के भी विभिन्न जिलों से लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. मजदूरों को लाने के लिए रेलवे विशेष ट्रेन चला रही है, साथ ही मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन महाराष्ट्र से वापस आ रहे मजदूरों को भूखे पेट ही भेज दिया जा रहा है.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर से बलिया जिले के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन से जा रहे मजदूरों ने अपनी स्थिति बयां की. मजदूरों ने बताया कि खाने के नाम पर उन्हें दो केला और ब्रेड दिया गया है, वहीं ट्रेन में भी खाने की कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने बताया कि कई किलोमीटर का सफर तय करके उन्हें भुसावल में खाने के लिए दिया गया, वहीं मजदूरों का कहना है कि यात्रा के 24 घंटे बाद उन्हें इटारसी स्टेशन पर खाना उपलब्ध कराया गया है.
लगातार महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर पलायन कर रहे हैं. लेकिन उनके खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. जिसके चलते मजदूरों को भूखे पेट ही सफर करना पड़ रहा है. जिससे रेलवे की नाकामी साफ देखने को मिल रही है. भरी गर्मी में भी मजदूरों के लिए कोई ढंग की व्यवस्था नहीं की जा रही है, दो केला और ब्रैड के सहारे मजदूर सफर तय कर रहे हैं.
इटारसी से अबतक 5 हजार से ज्यादा श्रमिक गुजर चुके हैं, लगातार ट्रेनों के गुजरने का सिलसिला जारी है. इटारसी स्टेशन पर एक हफ्ते में 17 ट्रैन में 5143 श्रमिक अपने- अपने घरों के लिए निकल चुके हैं जो सभी ट्रेन महाराष्ट्र के पुणे, पनवेल, ठाणे , कोल्हापुर, नासिक, सतारा से मध्यप्रदेश पहुंची हैं. इस दौरान सभी यात्रियों को इटारसी की समाजसेवी संस्था और रेलवे ने खाना खिलाया है.