होशंगाबाद। इटारसी के डोलरिया मार्ग के बोर तलाई तिराहे पर राधास्वामी सत्संग भवन के सामने नहर की अवैध खुदाई किए जाने की शिकायत पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर खुदाई कार्य पर रोक लगाते हुए स्थल पंचनामा तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए अनुविभागीय अधिकारी को जांच रिपोर्ट भेज दी है.
तरोंदा घुघवासा उप नहर से निकली छोटी नहर से बोर तलाई और मेहरागांव के खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए जल आपूर्ति की जाती है. इसी नहर के एक बड़े हिस्से में जेसीबी मशीन के द्वारा मिट्टी का उत्खनन बगैर प्रशासनिक अनुमति के किया जा रहा था, जिसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी के पास पहुंची, तो उन्होंने नायब तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर के नेतृत्व में एक प्रशासनिक टीम बनाकर जांच निर्देश दिए. टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद खुदाई कार्य पर रोक लगवाई गई.
इस बारे में सिंचाई विभाग के एसडीओ ने चर्चा करते हुए बताया कि, यहां के खेत मालिक द्वारा नहर से मिट्टी निकाल कर उसकी सफाई की जा रही थी, लेकिन इसकी अनुमति उन्होंने नहीं ली थी, इसलिए इसको अवैध माना गया है. जांच टीम का नेतृत्व कर रहे नायब तहसीलदार ठाकुर ने बताया कि, इस बात की शिकायत अनुविभागीय अधिकारी के पास पहुंची थी, जिनके निर्देश पर जांच की गई है और अग्रिम कार्रवाई के लिए उन्हें रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है.
जिस आरोपी के खिलाफ अवैध उत्खनन का आरोप लगा है, उसका नाम रियाजउद्दीन बताया जा रहा है, जो नाला मोहल्ला के पार्षद बाबा निजामुद्दीन का बेटा है. इनके खेत बोर तलाई तिराह से लेकर राधा स्वामी सत्संग के सामने तक लगे हैं, खेत के बगल से यह नहर निकली है. रियाजउद्दीन पर आरोप है कि, वो नहर से मिट्टी निकालकर रोड किनारे निर्माणाधीन अपने ढाबे की पूर्ति कर रहा था.
इस आरोप को खारिज करते हुए रियाजउद्दीन ने बताया कि, उन्होंने एक खेत में धान का रोपा लगाया है, जिसकी सिंचाई के लिए दो ट्यूबवेल का पानी नहर के माध्यम से वहां तक ले जाने के लिए सफाई करवा रहे थे.