होशंगाबाद। होशंगाबाद जिला परिवहन विभाग में एजेंटों के जरिए कमीशन पर काम कराने का खेल जमकर खेला जा रहा है. ज्यादा पैसे देकर फर्जी दस्तावेज से लाइसेंस नवीनीकरण, वाहन फिटनेस, परमिट, गाड़ी ट्रांसफर आदि के काम हो रहे हैं. इसकी जानकारी विभाग के बड़े अधिकारियों को भी है, लेकिन वे भी इस पर रोक लगाने में कामयाब नहीं हैं. एक सप्ताह पहले ही एक मामला सामने आया है, जहां फर्जी दस्तावेज के जरिए लाइसेंस नवीनीकरण हुआ है.
होशंगाबाद आरटीओ ऑफिस में फर्जीवाड़ा
इस मामले में जांच के बाद 17 लोगों पर धारा 420 के तहत FIR दर्ज कराई गई है. इस मामले में फर्जी दस्तावेज पेश करके लाइसेंस नवीनीकरण कराने वाले एजेंट गुड्डू रघुवंशी, नवीनीकरण शाखा में बैठने वाले एजेंट योगेश शर्मा और शाखा बाबू राहुल शर्मा पर कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. इस मामले में नाम उजागर होने के बावजूद इन लोगों के खिलाफ नामजद कारवाई नहीं की जा रही है. गुड्डू रघुवंशी ने भोपाल निवासी अशफाक को फर्जी दस्तावेज देकर काम कराने का ठेका दिया था. उस पर जरूर एक FIR हुई है.
ऐसे पकड़ में आया मामला
जिला परिवहन अधिकारी मनोज तेनगुरिया ने बताया कि, गुड्डू रघुवंशी के जरिए फर्जी दस्तावेज लगाकर लाइसेंस नवीनीकरण के आवेदन अक्टूबर के महीने की अलग-अलग तारीख को पेश किए गए थे. नवीनीकरण प्रक्रिया के दौरान जब पुराने कार्डों का मिलान कंप्यूटर पर नहीं हुआ, तो पूरा मामला संदिग्ध लगा. इन लोगों के मुख्य लाइसेंस दूसरे जिलों के आरटीओ में बने थे. पुराने लाइसेंस कार्ड और दस्तावेज की जांच की गई, तो सब में गड़बड़ी पाई गई. इसी के आधार पर लाइसेंस नवीनीकरण कराया जा रहा था. संबंधित शाखा के बाबू से पूरी जानकारी ली गई, तो पता चला कि, गुड्डू रघुवंशी ने आवेदन दिए थे, जिसमें 8 लोगों के लाइसेंस बन गए थे. अब मामला सामने आने के बाद इन्हें निरस्त कर दिया गया है. सभी लोगों पर कोतवाली थाने में FIR दर्ज कराई गई है.