होशंगाबाद। जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत सावलखेड़ा गांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में गांव के हितग्राही ममता उइके ने प्रधानमंत्री की योजनाओं से संबंधित जानकारी दी, वहीं कर्यक्रम में असम के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रंजीत कुमार दास और मध्यप्रदेश खनिज साधन एवं जिले के प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह शामिल हुए.
सिस्टम सीखकर असम में करेंगे लागू
असम के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रंजीत सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि असम में भी अब मध्य प्रदेश की तरह कार्यक्रम किए जाएंगे, वहीं एनसीआर और एनआरसी को लेकर सवाल के जवाब में मंत्री जी ने कहा कि असम और मिजोरम के मुख्यमंत्री आपस में बैठकर चर्चा कर रहे हैं, क्योंकि हम हिंदुस्तानी हैं, यदि मध्य प्रदेश की कोई समस्या है, तो वह मिजोरम की भी समस्या है, हिमाचल में यदि कोई समस्या होती है, तो भी वह हमारी समस्याएं हैं, हम सभी हिंदुस्तान का हिस्सा हैं, सभी को आपस में बैठकर चर्चा कर समस्याओं का समाधान करेंगे.
कांस्टीट्यूशन बाउंड्री
असम की बाउंड्री को लेकर सवाल पर मंत्री जी ने कहा कि असम की जो बाउंड्री है, वह कांस्टीट्यूशन बाउंड्री है, यह बंजर नहीं है, जैसे कछार हमारे साथ है, जैसे मिजोरम, मेघालय हमारे साथ में ही था, बाद में यह अलग हुआ है, यह कांस्टिट्यूशन बाउंड्री है, यह सब केंद्र सरकार के अंदर में है, अगले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से इस पर फैसला लिया जाएगा.
मेजर ध्यानचंद के नाम से हॉकी की पहचान
जिला प्रभारी एवं खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है, आज मोदी जी ने होशंगाबाद के 1 हितग्राही से बात की है, उसके बारे में सब कुछ जाना, परिवार और उनके कार्य से संबंधित जानकारी ली, मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड को लेकर बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मेजर ध्यानचंद के ही नाम से हॉकी की पहचान है.
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योजनाओं का मिला लाभ
हितग्राही ममता उइके ने बताया के आज प्रधानमंत्री जी से वीडियो के माध्यम से बात हुई है, उन्होंने योजना से संबंधित जानकारी पूछी, साथ ही परिवार के बारे में भी जानकारी पूछी, योजनाओं को लाभ मिलने के संबंध में भी बात की, बच्चों को पढ़ाने को लेकर भी कहा कि अपने बच्चों को पढ़ाएं, कोरोना काल के समय काम बंद हो गया था, तब से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन लोगों को योजनाओं के माध्यम से लाभ मिला है.