होशंगाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा संदिग्ध मरीजों की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है. संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट भी समय पर नहीं मिल रही है. जिससे कि कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है.
- कोरोना मरीजों के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं
जिले में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद भी मरीजों को न तो होम आइसोलेट किया जा रहा है और न ही अस्पतालों में उनके इलाज की कोई व्यवस्था है. जिसके कारण लोग अपना इलाज घर पर ही कराने को मजबूर हैं. जिले में स्थिति यह है कि अब आम लोग सरकारी अस्पतालों में न आकर प्राइवेट अस्पतालों में सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार की जांच करा रहे हैं. लिहाजा प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की अच्छी खासी भीड़ दिख रही है.
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- बिगड़ रही है लोगों की स्थिति
प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर कोरोना संक्रमण पर ध्यान दिए बिना ही मरीजों की सामान जांच कर उन्हें ठीक करने का भरोसा दे रहे हैं. इससे स्थिति और भी बिगड़ रही है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को देखते हुए शनिवार को प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग और होशंगाबाद जिले के कोरोना प्रभारी नीरज मंडलोई ने जिलाधिकारी कार्यालय के सभाकक्ष में जिले में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की. उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को कोरोना संक्रमण की दर रोकने और मरीजों का सही इलाज कराने के निर्देश दिए हैं.