भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ ने तबाही मचाई है. बाढ़ से नुकसान का जायजा लेने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होशंगाबाद जिले के दौरे पर पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री बाबई के सांगाखेड़ा गांव में जाकर किसानों से मुलाकात कर चर्चा भी करेंगे. होशंगाबाद जिले में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से 7 लाख हेक्टेयर की फसलें खराब हुई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार फसल बीमा योजना के जरिए किसानों को राहत देगी. इसको लेकर उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से चर्चा की है.
होशंगाबाद रवाना होने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ की स्थिति और बचाव कार्य की जानकारी दी. सीएम ने कहा कि बारिश थम गई है, बाढ़ के पानी ने उतरना शुरू किया है लेकिन होशंगाबाद में मां नर्मदा नदी का पानी खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है, कई गांव जलमग्न है लेकिन प्रशासन सब जगह पहुंच चुका है. सीएम ने कहा कि बाढ़ के बाद अब बड़ी चुनौती राहत पहुंचाना है. जिन क्षेत्रों में बाढ़ आयी थी वहां अब हैजा, मलेरिया, डेंगू, डायरिया जैसी बीमारियां फैलने का खतरा. स्वास्थ्य विभाग इन जगहों पर बीमारियों से बचाव के लिए अभियान चलाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य में बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों के मौजूदा हालातों और राहत एवं पुनर्वास संबंधी कार्यों की जानकारी हासिल कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों और संबंधित जिलों के अधिकारियों से चर्चा की. सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीने के साफ पानी के इंतजाम के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और बिजली संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए ऊर्जा विभाग को निर्देश दिए. उन्होंने नर्मदा घाटी विकास और जल संसाधन विभाग को भी लोगों को जलभराव से बचाव के लिए जरुरी उपाय करने के निर्देश दिए.