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बाढ़ पीढ़ितों के रेस्क्यू के लिए सेना ने संभाला मोर्चा, प्रशासनिक अधिकारी लगातार कर रहे निगरानी

बारिश से आई बाढ़ में कई लोगों को बेघर होना पड़ा है. करीब 100 गांव में पानी भर जाने से लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है. आर्मी के जवान और प्रशासनिक अमला लोगों की मदद में जुटा हुआ है. तवा बांध में पानी क्षमता से ज्यादा होने पर गेट को खोल दिया गया है. बाबई में 325 लोगों को रेस्क्यू किया गया है.

Rescue operation
रेस्क्यू ऑपरेशन
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Published : Aug 30, 2020, 9:21 PM IST

होशंगाबाद । लगातार बारिश के बाद नर्मदा नदी उफान पर चल रही है. अब मौसम खुलने लगा है, आर्मी के जवान पानी से घिरे इलाकों से लोगों को निकालने में जुट गए हैं. करीब 100 गांव मे बाढ़ का पानी भरा हुआ है, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है. सेना के जवान बाबई ब्लॉक के खरगा वाली, तमचरू, बिकोर, जनकपुर मुड़िया, खेड़ा गांव में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम कर रही है.

रेस्क्यू ऑपरेशन

इस दौरान मौके पर लगातार प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं. बारिश से इन गांव मे जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. ऐसे में ग्रामीण घरों की छतों पर रहकर गुजारा कर रहे थे, जिन्हें राहत शिविर में भेजा जा रहा है. हालांकि देर रात से ही बारिश बंद होने के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर थमा हुआ है. साथ ही तवा और अन्य बांधों के गेट बंद कर दिए गए हैं.

Helping army
मदद करते जवान

फिलहाल नर्मदा नदी खतरे के निशान से 15 फीट ऊपर 980 फीट पर बह रही है. सेना की एक यूनिट लगातार रेस्क्यू कर रही है, साथ ही NDRF के 28 जवान भी रेस्क्यू में लगे हुए हैं. जल संसाधन विभाग ने तवा बांध के सभी गेट बंद कर दिए हैं. इसके अलावा अन्य बांधों के गेट भी कम किए गए हैं. बाढ़ नियंत्रण कक्ष की जानकारी के मुताबिक सुबह 10 बजे तवा बांध के सभी गेट को बंद कर दिया गया है, जबकि बारना बांध से 9016 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है.

Assessing officer
जायजा लेते अधिकारी

बाबई में 325 लोगों का किया गया रेस्क्यू

सोहागपुर के विकासखंड बाबई में बाढ़ प्रभावित इलाके में भोपाल से आई सेना की यूनिट और प्रशासन की टीम ने आज 161 लोगों को रेस्क्यू कर राहत पुनर्वास केंद्र में शिफ्ट किया है. गांव बालाभेंट से 90, बिकोर से 30, मनवाड़ा से 14, गुराडिया से 5, तमचरू से 18, नसीराबाद से 4 लोगों को रेस्क्यू किया गया है.

होशंगाबाद । लगातार बारिश के बाद नर्मदा नदी उफान पर चल रही है. अब मौसम खुलने लगा है, आर्मी के जवान पानी से घिरे इलाकों से लोगों को निकालने में जुट गए हैं. करीब 100 गांव मे बाढ़ का पानी भरा हुआ है, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है. सेना के जवान बाबई ब्लॉक के खरगा वाली, तमचरू, बिकोर, जनकपुर मुड़िया, खेड़ा गांव में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम कर रही है.

रेस्क्यू ऑपरेशन

इस दौरान मौके पर लगातार प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं. बारिश से इन गांव मे जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. ऐसे में ग्रामीण घरों की छतों पर रहकर गुजारा कर रहे थे, जिन्हें राहत शिविर में भेजा जा रहा है. हालांकि देर रात से ही बारिश बंद होने के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर थमा हुआ है. साथ ही तवा और अन्य बांधों के गेट बंद कर दिए गए हैं.

Helping army
मदद करते जवान

फिलहाल नर्मदा नदी खतरे के निशान से 15 फीट ऊपर 980 फीट पर बह रही है. सेना की एक यूनिट लगातार रेस्क्यू कर रही है, साथ ही NDRF के 28 जवान भी रेस्क्यू में लगे हुए हैं. जल संसाधन विभाग ने तवा बांध के सभी गेट बंद कर दिए हैं. इसके अलावा अन्य बांधों के गेट भी कम किए गए हैं. बाढ़ नियंत्रण कक्ष की जानकारी के मुताबिक सुबह 10 बजे तवा बांध के सभी गेट को बंद कर दिया गया है, जबकि बारना बांध से 9016 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है.

Assessing officer
जायजा लेते अधिकारी

बाबई में 325 लोगों का किया गया रेस्क्यू

सोहागपुर के विकासखंड बाबई में बाढ़ प्रभावित इलाके में भोपाल से आई सेना की यूनिट और प्रशासन की टीम ने आज 161 लोगों को रेस्क्यू कर राहत पुनर्वास केंद्र में शिफ्ट किया है. गांव बालाभेंट से 90, बिकोर से 30, मनवाड़ा से 14, गुराडिया से 5, तमचरू से 18, नसीराबाद से 4 लोगों को रेस्क्यू किया गया है.

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