ETV Bharat / state

नसबंदी शिविर में अव्यवस्थाओं का आरोप, बच्चों के लिए नहीं लगवाए झूले

बुरहानपुर के खकनार सीएचसी में महिला नसबंदी शिविर का आयोजन हुआ. महिलाओं के साथ आए परिजनों ने व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठाए.

BURHANPUR STERILIZATION CAMP
अस्पताल प्रबंधन ने नहीं लगवाए झूले (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

बुरहानपुर: जिले के आदिवासी ब्लॉक खकनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को महिला नसबंदी ऑपरेशन शिविर लगाया गया. इस शिविर में आसपास के गांवों की कई महिलाओं को आशा कार्यकर्ताएं नसबंदी ऑपरेशन कराने के लिए लेकर आईं थी. यहां सुबह से ही महिलाओं को बुला लिया, लेकिन महिलाओं के साथ आए दुधमुंहे बच्चों और परिजनों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. ऐसा आरोप महिलाओं के साथ आए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया है.

सीएचसी प्रबंधन की लापरवाही उजागर

महिलाओं के साथ आए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर नवजात बच्चों के लिए झूलों तक की व्यवस्था नहीं करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि "छोटे छोटे बच्चे अपनी मां से दूर रहकर दिन भर रोते बिलखते रहे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का इस ओर ध्यान नहीं गया." वहीं परिजन अस्पताल परिसर के बगीचे में पेड़ों पर साड़ियों के झूले बांधकर बच्चों को झुलाते हुए नजर आए. बच्चे व परिजन सुबह से देर शाम तक परेशान होते रहे. इस दौरान ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर भी अस्पताल से नदारद थे. परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.

खकनार सीएचसी में लगा महिला नसबंदी शिविर (ETV Bharat)

परिजन और बच्चे होते रहे परेशान

बुरहानपुर जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. लोग ऐसी ठंड से बचाव के लिए दिनभर गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. इस बीच खकनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रति शनिवार को लगाए जाने वाले नसबंदी ऑपरेशन के लिए महिलाओं को लाया गया. यहां इंदौर से आए डॉक्टरों ने महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया, ऑपरेशन के बाद महिलाओं को आराम कराया. होश आने पर महिलाओं को डिस्चार्ज कर दिया. इससे पहले महिलाओं की नसबंदी के समय बच्चों को दूर रखा गया था, लेकिन अस्पताल परिसर में बच्चों के लिए झूले या देखरेख की कोई व्यवस्था नहीं कराई, जिसके चलते परिजन बच्चों को लेकर इधर उधर भटकते नजर आए.

लापरवाही साबित होने पर की जाएगी कार्रवाई

इस मामले में सीएमएचओ डॉ. राजेश सिसौदिया ने बताया कि "मामला मेरे संज्ञान में आया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खकनार में बीएमओ द्वारा बच्चों के लिए झूलों की व्यवस्था कराई जा सकती थी, लेकिन उन्होंने क्यों नहीं कराई, इसकी जानकारी लेने के लिए मैंने दूरभाष पर उनसे संपर्क किया, लेकिन उन्होंने मेरा कॉल नहीं उठाया. यदि लापरवाही बरती गई हैं तो उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा. उनके जवाब के बाद आगामी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी."

बुरहानपुर: जिले के आदिवासी ब्लॉक खकनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को महिला नसबंदी ऑपरेशन शिविर लगाया गया. इस शिविर में आसपास के गांवों की कई महिलाओं को आशा कार्यकर्ताएं नसबंदी ऑपरेशन कराने के लिए लेकर आईं थी. यहां सुबह से ही महिलाओं को बुला लिया, लेकिन महिलाओं के साथ आए दुधमुंहे बच्चों और परिजनों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. ऐसा आरोप महिलाओं के साथ आए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया है.

सीएचसी प्रबंधन की लापरवाही उजागर

महिलाओं के साथ आए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर नवजात बच्चों के लिए झूलों तक की व्यवस्था नहीं करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि "छोटे छोटे बच्चे अपनी मां से दूर रहकर दिन भर रोते बिलखते रहे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का इस ओर ध्यान नहीं गया." वहीं परिजन अस्पताल परिसर के बगीचे में पेड़ों पर साड़ियों के झूले बांधकर बच्चों को झुलाते हुए नजर आए. बच्चे व परिजन सुबह से देर शाम तक परेशान होते रहे. इस दौरान ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर भी अस्पताल से नदारद थे. परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.

खकनार सीएचसी में लगा महिला नसबंदी शिविर (ETV Bharat)

परिजन और बच्चे होते रहे परेशान

बुरहानपुर जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. लोग ऐसी ठंड से बचाव के लिए दिनभर गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. इस बीच खकनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रति शनिवार को लगाए जाने वाले नसबंदी ऑपरेशन के लिए महिलाओं को लाया गया. यहां इंदौर से आए डॉक्टरों ने महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया, ऑपरेशन के बाद महिलाओं को आराम कराया. होश आने पर महिलाओं को डिस्चार्ज कर दिया. इससे पहले महिलाओं की नसबंदी के समय बच्चों को दूर रखा गया था, लेकिन अस्पताल परिसर में बच्चों के लिए झूले या देखरेख की कोई व्यवस्था नहीं कराई, जिसके चलते परिजन बच्चों को लेकर इधर उधर भटकते नजर आए.

लापरवाही साबित होने पर की जाएगी कार्रवाई

इस मामले में सीएमएचओ डॉ. राजेश सिसौदिया ने बताया कि "मामला मेरे संज्ञान में आया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खकनार में बीएमओ द्वारा बच्चों के लिए झूलों की व्यवस्था कराई जा सकती थी, लेकिन उन्होंने क्यों नहीं कराई, इसकी जानकारी लेने के लिए मैंने दूरभाष पर उनसे संपर्क किया, लेकिन उन्होंने मेरा कॉल नहीं उठाया. यदि लापरवाही बरती गई हैं तो उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा. उनके जवाब के बाद आगामी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.