ETV Bharat / state

खाद्य विभाग की लापरवाही, गलत एंट्री के चलते छात्रावास में नहीं पहुंचा अनाज

author img

By

Published : Aug 8, 2019, 11:53 AM IST

Updated : Aug 8, 2019, 1:09 PM IST

हरदा में खाद्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली है. यहां विभाग के नए वेब पोर्टल पर गलत एंट्री होने पर छात्रावासों में अनाज नहीं पहुंचा है, जिसकी वजह से प्रबंधन महंगा अनाज खरीदने के लिए मजबूर है.

गलत एंट्री के कारण छात्रावास को अनाज नहीं

हरदा। जिले में खाद्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. यहां विभाग के नए पोर्टल पर सॉफ्टवेयर में खराबी के चलते खाद्य विभाग के द्वारा की गई गलत एंट्री का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. इस गलती के कारण हॉस्टल को मिलने वाला अनाज अब तक नहीं मिला है. छात्रावास के अधीक्षकों को शासन-प्रशासन से एक रुपए के दर से मिलने वाला चावल 28 रुपए किलो के दर से खरीदना पड़ रहा है.

छात्रावास अधीक्षिका किरण कुमरे ने बताया कि शासन-प्रशासन के निर्देश से छात्रावास में रहने वाले स्टूडेंटस के लिए मैपिंग के बाद KYC लेने का काम दिसंबर माह में ही कर लिया गया था, लेकिन गलत एंट्री के कारण छात्रावास को अनाज नहीं मिल पा रहा है. अनाज नहीं होने के कारण मेस के संचालन में काफी परेशानी हो रही है. किरण कुमरे का कहना है कि इसका सुधार भोपाल जाकर करना होगा.

इस मामले को लेकर आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक सीपी सोनी का कहना है कि नए सॉफ्टवेयर पर हुई गलत एंट्री की वजह से ये दिक्कत आई है, जिसके कारण छात्रावास के संचालन में परेशानी आ रही है. उन्होंने कहा कि शिकायतें मिलने के बाद कलेक्टर के द्वारा शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है. वहीं खाद्य विभाग को छात्रावासों में अनाज की आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं.

गलत एंट्री के चलते छात्रावास में नहीं पहुंचा अनाज

आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा 43 एसटीएससी हॉस्टल संचालित किए जाते हैं, जहां 2 हजार 150 छात्र-छात्राएं रहकर पढ़ाई करते हैं. इन हॉस्टल में मिलने वाला अनाज बीते 8 महीनों से नहीं मिला है, जिसके कारण छात्रावास के अधीक्षकों को एक रुपए प्रति किलो की दर से मिलने वाला चावल 28 रुपए किलो की दर से खरीदना पड़ रहा है, जबकि शासन की तरफ से एक छात्र के के लिए 25 रुपए किलो गेहूं और 12 रुपए किलो चावल की दर निर्धारित की गई है.

हरदा। जिले में खाद्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. यहां विभाग के नए पोर्टल पर सॉफ्टवेयर में खराबी के चलते खाद्य विभाग के द्वारा की गई गलत एंट्री का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. इस गलती के कारण हॉस्टल को मिलने वाला अनाज अब तक नहीं मिला है. छात्रावास के अधीक्षकों को शासन-प्रशासन से एक रुपए के दर से मिलने वाला चावल 28 रुपए किलो के दर से खरीदना पड़ रहा है.

छात्रावास अधीक्षिका किरण कुमरे ने बताया कि शासन-प्रशासन के निर्देश से छात्रावास में रहने वाले स्टूडेंटस के लिए मैपिंग के बाद KYC लेने का काम दिसंबर माह में ही कर लिया गया था, लेकिन गलत एंट्री के कारण छात्रावास को अनाज नहीं मिल पा रहा है. अनाज नहीं होने के कारण मेस के संचालन में काफी परेशानी हो रही है. किरण कुमरे का कहना है कि इसका सुधार भोपाल जाकर करना होगा.

इस मामले को लेकर आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक सीपी सोनी का कहना है कि नए सॉफ्टवेयर पर हुई गलत एंट्री की वजह से ये दिक्कत आई है, जिसके कारण छात्रावास के संचालन में परेशानी आ रही है. उन्होंने कहा कि शिकायतें मिलने के बाद कलेक्टर के द्वारा शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है. वहीं खाद्य विभाग को छात्रावासों में अनाज की आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं.

गलत एंट्री के चलते छात्रावास में नहीं पहुंचा अनाज

आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा 43 एसटीएससी हॉस्टल संचालित किए जाते हैं, जहां 2 हजार 150 छात्र-छात्राएं रहकर पढ़ाई करते हैं. इन हॉस्टल में मिलने वाला अनाज बीते 8 महीनों से नहीं मिला है, जिसके कारण छात्रावास के अधीक्षकों को एक रुपए प्रति किलो की दर से मिलने वाला चावल 28 रुपए किलो की दर से खरीदना पड़ रहा है, जबकि शासन की तरफ से एक छात्र के के लिए 25 रुपए किलो गेहूं और 12 रुपए किलो चावल की दर निर्धारित की गई है.

Intro:हरदा जिले में खाद्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।यहां पर जिले के करीब 43 एसटी ,एससी होस्टल में रहने वाले छात्रों के भोजन के लिए मिलने वाला अनाज बीते आठ महीने से नही मिल पाया है।जिसके चलते छात्रावास अधीक्षकों को शासन से मिलने वाला एक रुपये किलो वाला चावल 28 रुपये किलो के हिसाब से खरीदना पड़ रहा है।खाद्य विभाग के नए साफ्टवेयर के पोर्टल पर छात्रावास के एक छात्र को मिलने वाले अनाज को एक छात्रावास के मान से गलत एंट्री करने का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतान पड़ रहा है।आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा संचालित 43 छात्रावासों में 2150 छात्र छात्राएं रहकर पढ़ाई करते है।यहां पर शासन के एक छात्र के मान से 25 किलो गेंहू एवं 12 किलोग्राम चावल दिया जाता है।जो बीते आठ महीने से नही मिल पाया है।


Body:शासन के निर्देश पर इन छात्रवासों में रहने वाले छात्र छात्राओं की मैपिंग कर केवायसी लेने का काम छात्रावास अधीक्षकों के द्वारा दिसम्बर माह में ही पूरा कर दिया गया था।लेकिन ऑनलाइन मैपिंग कराने के आठ महीने बाद भी अनाज नही मिल पाया है।अनाज के आवंटन ना होने के पीछे ऑनलाइनसॉफ्टवेयर में खाद्य विभाग के द्वारा की गई गलत एंट्री है।जिसे अब भोपाल जाकर सुधार करना होगी।इस गलती की वजह से सभी छात्रावास अधीक्षकों को बाजार से महंगे दामों पर गेहूं और चावल खरीदना पड़ रहा है।जिसके चलते मैस के संचालन में खासी परेशानी हो रही है।
बाईट - किरण कुमरे,छात्रावास अधीक्षिका,हरदा


Conclusion:इस मामले को लेकर आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक सीपी सोनी का कहना है कि हमारे द्वारा खाद्य विभाग द्वारा की गई आन लाइन प्रक्रिया को दिसम्बर माह में ही पूरा कर दिया गया था।नए साफ्टवेयर में हुई गलत एंट्री की वजह से यह दिक्कत आई है।जिसके चलते आठ महीने से अनाज नही मिल पाया है।उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी आने पर कलेक्टर के द्वारा शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है।वही खाद्य विभाग को छात्रावासों में अनाज की आपूर्ति करने के लिए निर्देशित भी किया गया है।जिसके चलते खाद्य विभाग ने दो दिन पहले दो दो बोर गेहूं और चावल भिजवाया है।
बाईट - चंद्रप्रकाश सोनी, संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग हरदा
Last Updated : Aug 8, 2019, 1:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.