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गंजाल नदी पर बनने वाले डैम के विरोध में आदिवासियों ने किया विरोध-प्रदर्शन

हरदा में ज्वारा गांव के आदिवासियों ने गंजाल नदी पर बनने वाले डैम के विरोध में कलेक्ट्रेट में विरोध-प्रदर्शन किया.

आदिवासियों का विरोध-प्रदर्शन
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Published : Oct 16, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 3:25 PM IST

हरदा। टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के ज्वारा गांव के आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट में तीन घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान आदिवासियों ने जमकर नारेबाजी भी की. करीब चार गांव के आदिवासियों ने गंजाल नदी पर बनने वाले डैम के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन किया.

डैम के विरोध में आदिवासी

आदिवासियों का कहना है कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने बांध निर्माण के लिए करीब 18 सौ करोड़ का टेंडर जारी किया है. मई महीने में डैम निर्माण के लिए आदिवासियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी, लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि पूर्वजों से विरासत में मिले गांव और जंगल के डूबने से आजीविका के साथ-साथ जिले का बड़ा भाग भी खत्म हो जाएगा.

tribals protest in harda
आदिवासियों का विरोध-प्रदर्शन

हरदा। टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के ज्वारा गांव के आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट में तीन घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान आदिवासियों ने जमकर नारेबाजी भी की. करीब चार गांव के आदिवासियों ने गंजाल नदी पर बनने वाले डैम के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन किया.

डैम के विरोध में आदिवासी

आदिवासियों का कहना है कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने बांध निर्माण के लिए करीब 18 सौ करोड़ का टेंडर जारी किया है. मई महीने में डैम निर्माण के लिए आदिवासियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी, लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि पूर्वजों से विरासत में मिले गांव और जंगल के डूबने से आजीविका के साथ-साथ जिले का बड़ा भाग भी खत्म हो जाएगा.

tribals protest in harda
आदिवासियों का विरोध-प्रदर्शन
Intro:हरदा जिले की टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ज्वारा के नजदीक गंजाल नदी पर बनने वाले प्रस्तावित मोरण्ड गंजाल8 परियोजना के निर्माण के विरोध को लेकर आज 4 वनग्रामो से आये करीब तीन से अधिक आदिवासियों ने कलेक्ट्र्रेट में 3 घन्टे तक प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की।वही कलेक्टर से मिलने और उनके गांवो के बांध में नही डूबने की लिखित आश्वासन दिए जाने की मांग को अड़े रहे।गौरतलब है कि 2800 करोड़ की लागत से गंजाल नदी पर बनने वाले इस डेम से हरदा,होशंगाबाद एवं बैतूल जिले के 10 गांवो की करीब 2500 हेक्टेयर भूमि और जंगल के इस बांध के निर्माण से डूब में आएंगे।जिले के ग्राम डोमरा,कायरी,बोथी एवं महुखाल पर भी डूब का खतरा मंडरा रहा है।जिसको लेकर यहां के आदिवासियों ने डेम निर्माण का लेकर विरोध प्रदर्शन किया।वही दूसरी ओर डेम के निर्माण से तीन जिलों के 211 गांवो करीब 52 हजार हेक्टेयर भूमि डेम के निर्माण से सिंचित होगी।


Body:हरदा की कृषि उपज मंडी से करीब 5 सौ आदिवासियों के द्वारा रैली निकाल कर परियोजना के निर्माण को लेकर विरोध जताया।आदिवासियों का कहना है कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के द्वारा बांध निर्माण के लिए करीब 1800 करोड़ का टेंडर जारी कर जंगल मे लगे पेड़ो पर हैमर लगाकर उनकी गिनती शुरू कर दी है।जबकि उनके द्वारा मई महीने में ही डेम निर्माण को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी।लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई है।उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों से विरासत में मिले गांवो ओर जंगल के डूबने से हमारी आजीविका के साथ साथ जिले का बड़ा भाग भी समाप्त हो जाएगा।जिसको लेकर वो प्रशासन से डेम निर्माण के विरोध का लिखित आश्वासन की बात को लेकर कलेक्ट्र्रेट के मुख्य गेट पर करीब तीन घन्टे तक अड़े रहे।इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।आदिवासियों का आरोप है कि कलेक्टर को उनके जिले में बनने वाली इतनी बड़ी परियोजना की जानकारी नही है।जिसके चलते टेंडर प्रक्रिया होने पर भी उन्हें सही जानकारी नही दी जा रही है।
बाईट- सुंदरलाल मवासे,ग्रामीण महुखाल
बाईट-समोतीबाई,ग्रामीण बोथी
सुदूर ग्रामीण अंचलों से आदिवासी भूखे प्यासे कलेक्ट्र्रेट के मुख्य गेट पर बैठे रहे।उनके द्वारा प्रशासन से पीने के लिए पानी मांगा गया।जब एडीएम डॉ प्रियंका गोयल आई तो उनके द्वारा उनके लिए नगर पालिका से टैंकर बुलाकर पानी की व्यवस्था कराई।


Conclusion:पहले हो प्रदर्शन कर रहे इन लोगो से मिलने एसडीएम एचएस चौधरी आये उनके द्वारा ज्ञापन लेकर उनकी बात ऊपर पहुचने की बात कही गई।लेकिन वे नही माने ओर कलेक्टर से मिलने की बात पर अड़े रहे।फिर एडीएम गोयल आई उनके द्वारा भी उन्हें समझाइश दी गई।लेकिन अंत मे कलेक्टर एस विश्वनाथन ने उन्हें दो दिन के भीतर नर्मदा घाटी से जुड़े अधिकारियों से पूरी जानकारी लेकर डूब में आने वाले गांवो की जानकारी देने को कहा गया।जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।
बाईट-डॉ प्रियंका गोयल
एडीएम,हरदा
Last Updated : Oct 16, 2019, 3:25 PM IST
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