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हरदा: जिला अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञों के किये गए तबादले, नये विशेषज्ञों की नियुक्ति तक नहीं होगीं रिलीव

हरदा जिला अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञों के तबादले किये गए हैं. जिसके बाद अस्पताल में प्रसूताओं को कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए एक विशेषज्ञ डाक्टर को रिलीव नहीं किया गया है.

जिला अस्पताल
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Published : Aug 7, 2019, 10:15 PM IST

हरदा। जिला अस्पताल में पदस्थ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शिरीष रघुवंशी का शासन के द्वारा बैतूल के प्रभारी सीएमएचओ के रूप में तबादला कर दिया गया है. वहीं एक अन्य डॉक्टर डॉ भारती शिवहरे को एक महिला और उसके नवजात शिशु की मौत के मामले में निलंबित कर राजगढ़ भेज दिया गया है. जिसके बाद अब जिला अस्पताल में केवल एक ही महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शैलजा महाजन बचीं हैं जो कि सामान्य प्रसव ही करा सकती हैं.

महिला रोग विशेषज्ञों के किये गए तबादले

जिला अस्पताल में हर दिन 10 से 12 प्रसव होते हैं. ऐसे में विशेषज्ञ डॉक्टरों के तबादले के बाद प्रसूति वार्ड नर्सों के भरोसे है. फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने इस समस्या से निपटने के लिए तबादले के बाद भी डॉ शिरीष रघुवंशी को हरदा से रिलीव नहीं किया है.

ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को डिलेवरी के लिए सरकारी अस्पताल लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर्स के स्थानांतरण होने से गरीब परिवार की महिलाओं को अन्य शहरों में रेफर करने पर परेशानी आ सकती है. उन्होंने विभाग के अधिकारियों से सिजीरियन के लिए किसी प्राइवेट अस्पताल को हायर करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि जब तक कोई अन्य चिकित्सक की व्यवस्था नहीं होती है, तब तक यह बेहतर विकल्प हो सकता है.

इस मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ प्रदीप मोजेस का कहना है कि शासन के द्वारा जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शिरीष रघुवंशी का तबादला प्रभारी सीएमएचओ बैतूल कर दिया गया है. लेकिन ऑपरेशन से होने वाली डिलिवरी को करने में दिक्कत नहीं हो, इसके चलते किसी अन्य डॉक्टर्स की नियुक्ति नहीं होने तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया है.

हरदा। जिला अस्पताल में पदस्थ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शिरीष रघुवंशी का शासन के द्वारा बैतूल के प्रभारी सीएमएचओ के रूप में तबादला कर दिया गया है. वहीं एक अन्य डॉक्टर डॉ भारती शिवहरे को एक महिला और उसके नवजात शिशु की मौत के मामले में निलंबित कर राजगढ़ भेज दिया गया है. जिसके बाद अब जिला अस्पताल में केवल एक ही महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शैलजा महाजन बचीं हैं जो कि सामान्य प्रसव ही करा सकती हैं.

महिला रोग विशेषज्ञों के किये गए तबादले

जिला अस्पताल में हर दिन 10 से 12 प्रसव होते हैं. ऐसे में विशेषज्ञ डॉक्टरों के तबादले के बाद प्रसूति वार्ड नर्सों के भरोसे है. फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने इस समस्या से निपटने के लिए तबादले के बाद भी डॉ शिरीष रघुवंशी को हरदा से रिलीव नहीं किया है.

ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को डिलेवरी के लिए सरकारी अस्पताल लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर्स के स्थानांतरण होने से गरीब परिवार की महिलाओं को अन्य शहरों में रेफर करने पर परेशानी आ सकती है. उन्होंने विभाग के अधिकारियों से सिजीरियन के लिए किसी प्राइवेट अस्पताल को हायर करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि जब तक कोई अन्य चिकित्सक की व्यवस्था नहीं होती है, तब तक यह बेहतर विकल्प हो सकता है.

इस मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ प्रदीप मोजेस का कहना है कि शासन के द्वारा जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शिरीष रघुवंशी का तबादला प्रभारी सीएमएचओ बैतूल कर दिया गया है. लेकिन ऑपरेशन से होने वाली डिलिवरी को करने में दिक्कत नहीं हो, इसके चलते किसी अन्य डॉक्टर्स की नियुक्ति नहीं होने तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया है.

Intro:हरदा जिला अस्पताल में पदस्थ तीन महिला रोग विशेषज्ञ में से डॉ शिरीष रघुवंशी का शासन के द्वारा हरदा से भीबैतुल के प्रभारी सीएमएचओ के रूप में तबादला कर दिया गया है।वही एक अन्य चिकित्सक डॉ भारती शिवहरे को एक महिला और उसके नवजातशिशु की मौत के मामले में निलंबित कर राजगढ़ भेज दिया गया है।अब जिला अस्पताल में केवल एक ही डॉक्टर डॉ शैलजा महाजन ही बची जो कि सामान्य प्रसव ही करा सकती है।जिलाअस्पताल में हर दिन करीब 10 से 12 शिशुओं का जन्म हो रहा है।इस दौरान प्रसूति वार्ड इन दिनों नर्सो के भरोसे है।इस दौरान यदि किसी महिला को यदि सामान्य के स्थान पर सीज़र से डिलेवरी करानी पड़ी तो इस दौरान डॉक्टर्स की कमी की चलते महानगरों में रेफर करने की नोबत आ सकती है।फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने इस समस्या से निपटने के लिए डॉ शिरीष रघुवंशी को हरदा से रिलीव नही किया गयाहै


Body:उधर ग्रामीण क्षेत्रों ओर शहर के विभिन्न वार्डो से सरकारी अस्पताल में डिलेवरी के लिए लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर्स के स्थानांतरण होने से खासकर गरीब परिवार की महिलाओं को अन्य शहरों में रेफर करने पर परेशानी आ सकती है।उन्होंने विभाग के अधिकारियों से सीजीरियन के लिए किसी प्राइवेट अस्पताल को हायर करने की सलाह दी है।उनका कहना है कि जब तक कोई अन्य चिकित्सक की व्यवस्था नही होती है तब तक यह बेहतर विकल्प हो सकता है।


Conclusion:इस मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ प्रदीप मोजेस का कहना है कि शासन के द्वारा जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शिरीष रघुवंशी का तबादला प्रभारी सीएमएचओ बैतुल कर दिया गया है।लेकिन हरदा में सीज़र से होने वाली डिलिवरी का करने में दिक्कत नही हो इसके चलते किसी अन्य डॉक्टर्स की नियुक्ति नही होने तक उन्हें रिलीव नही किया गया है।ताकि व्यवस्था सुचारु रूप से चलती रहे।
बाईट - डॉ प्रदीप मोजेस,सीएमएचओ हरदा
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