हरदा। महाराष्ट्र में महालक्ष्मी एक्सप्रेस के बाढ़ में फंसने की घटना से रेलवे सतर्क हो गया है. जिले में जिन पुल-पुलियों और नदियों के पुल पर बाढ़ के पानी आने की आशंका जताई जा रही हैं उस पर चौबीस घंटे निगरानी रखने के लिए चौकीदार तैनात करने के साथ-साथ पुलों पर सेंसर भी लगाए गए हैं.
बता दें कि जिले के भिरंगी रेलवे स्टेशन के पास 4 अगस्त 2015 की दरमियानी रात को माचक नदी में आई बाढ़ का पानी मुंबई से दिल्ली की ओर जाने वाले रेलवे ट्रेक पर भर गया था, जिसके चलते यहां से दोनों ट्रेक से गुजर रही जनता एक्सप्रेस और कामायनी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी. हादसे में करीब 29 यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस घटना को ध्यान में रखते हुए जिले की माचक, अजनाल, तिमरन, गंजाल नदियों पर बारिश में सुरक्षा की दृष्टि से बाढ़ के पानी पर नजर रखने के लिए ट्रेक पर अलग-अलग पारियों में चौकीदार को तैनात किये गया हैं. वहीं वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा भी पल-पल की जानकारी रखी जा रही है.