हरदा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कृषि मंत्री कमल पटेल ने 15 जून से प्रदेश में पहली बार मूंग, उड़द और सरसों की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदी का शुभारंभ किया था. वहीं जिले में भी 3 ब्लॉक में खरीदी के लिए 3 केंद्रों पर खरीदी शुरू की गई थी, लेकिन खरीदी शुरू होने के एक दिन के बाद से ही खरीदी केंद्र बंद है.
कृषि विभाग ने कहा जारी है खरीदी
कृषि विभाग का कहना है कि जिले में खरीदी जारी है, जबकि किसान कांग्रेस का आरोप है कि सरकार के द्वारा खरीदी शुरू किए जाने की केवल रस्म अदायगी की गई है. मालूम हो कि समर्थन मूल्य पर मूंग की फसल खरीदी शुरू होने से हरदा और होशंगाबाद जिले के किसानों को करीब 2500 करोड़ो रूपये का आर्थिक लाभ होगा. हरदा में ही करीब 1 लाख 25 हजार और होशंगाबाद जिले में 2 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल लगाई गई थी. जिसका औसत उत्पादन 12-15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हुआ है. सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 7 हजार 196 रुपये मूल्य घोषित किया है.
40 हजार हुए पंजीयन
हरदा जिले में अब तक करीब 40 हजार किसानों ने मूंग को बेचने के लिए पंजीयन करा लिया है. जिसमें 1 लाख 17 हजार 873.16 हेक्टेयर में लगी मूंग की फसल शामिल है. उधर बारिश को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रीष्म कालीन मूंग, उड़द और सरसों की फसल को खरीदी करने के लिए 90 दिनों की समय सीमा तय की है. किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई का कहना है कि सरकार के द्वारा मूंग खरीदी को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की है. केवल घोषणा पूरी करने के लिए मात्र एक दिन खरीदी शुरू करने की औपचारिकता पूरी की गई है. उन्होंने कहा कि खरीदी केंद्र पर दूसरे दिन से ही ताले लटके नजर आ रहे है.
समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की शुरुआत, सीएम और कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ
वहीं उप संचालक कृषि एमपीएस चंद्रावत ने बताया कि निर्धारित लक्ष्य के लगभग किसानों के द्वारा मूंग बेचने के लिए पंजीयन कराया जा चुका है. उन्होंने बताया कि खरीदी के लिए बनाएगा. केंद्रों पर खरीदी जा रही है लेकिन किसानों के द्वारा खरीफ सीजन की बोनी होने के चलते 21 या 20 जून से मूंग की फसल बेचने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि किसान खरीदी केंद्र पर ऊपर लेकर आते हैं तो उनकी फसल खरीदी जा रही है.