हरदा। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने हरदा जिले के ग्राम अबगांव कला पहुंचे. जहां मंत्री ने चौपाल लगाकर किसानों को केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून के फायदे बताते हुए कहा की हमारा प्रयास है कि खेती अब घाटे का सौदा नहीं है. बल्कि लाभ का धंधा हो जाए इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार के द्वारा कृषि कानून बनाए हैं. मंत्री पटेल ने कहा कि यह विधायक किसानों के आर्थिक उत्थान का मुख्य साधन बनेंगे. मंत्री पटेल ने कहा कि अब किसानों के समूह बनाए जाएंगे जो किसानों के द्वारा पैदा की जाने वाली फसलों की ग्रेडिंग कर उन्हें ऊंचे दामों पर भेजेंगे. जिससे कि किसानों को उनकी उपज का अच्छे दाम मिल जाएगा. साथ साथ गांव के मजदूरों को ट्रेडिंग के काम में पूरे साल मजबूरी में मिलेगी.
मंत्री कमल पटेल ने कहा कि पूर्व की सरकारों के द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों के साथ भेदभाव किया गया है. जिसके चलते गांव कि संपत्ति का मालिकाना हक नहीं दिया गया. ग्रामीणों को किसी तरह का लोन नहीं मिल पाया है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए स्वामित्व योजना लागू कर उन्हें उनके स्वामित्व भूमि का मालिकाना हक प्रदान किया गया है. जिसके चलते आप ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग भी शासकीय गाइडलाइन के हिसाब से अपनी संपत्ति पर लोन लेकर स्वयं का रोजगार कर सकते हैं. मंत्री कमल पटेल ने कहा की स्वामित्व योजना से गांव आज सच्चे अर्थों में आजाद हुआ है.
हरदा जिले के ग्राम अब गांव कला में रहने वाले रामभरोस विश्वकर्मा जिनके के पास अपने स्वामित्व की भूमिका कोई शासकीय दस्तावेज नहीं था, लेकिन स्वामित्व योजना लागू होने से उन्हें अपनी संपत्ति का मालिकाना हक मिल जाए और उनकी भूमि फोरलेन में आने से अब होने उस भूमि का मुआवजा मिलने जा रहा है. कृषक राम भरोस विश्वकर्मा ने कहा कि स्वामित्व योजना से उनके पूरे जीवन में एक बड़ा बदलाव आने जा रहा है. जिस भूमि की कोई कीमत नहीं थी, आज वह लाखों रुपए की हो गई है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री कमल पटेल के प्रति आभार जताया.