हरदा। लगातार हो रही भारी बारिश से मध्यप्रदेश पानी-पानी हो गया है. नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिले में भी नदी-नाले उफान पर हैं. सुकनी नदी में आई बाढ़ की वजह से जिला जेल जलमग्न हो गई है. वहीं ग्रामीण इलाकों सहित टिमरनी और शहर के कई वार्डों में पानी भर चुका है.
जिला जेल के बगल से बहने वाली सुखनी नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. चारों तरफ जलभराव होने से जिला जेल टापू बन गया है. जिसके बाद एडीएम डॉ प्रियंका गोयल ने मौके पर पहुंचकर कैदियों के दो बैरक को खाली कराकर उन्हें सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं.
हंडिया में केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी खतरे के निशान 267.500 मीटर से बढ़कर 267.940 पहुंच गई है. जिसके चलते जिले की अजनाल, टिमरन, गंजाल, मांचक, हंसावती, घोघई नदियों का पानी बस्तियों में भरना शुरू हो गया है. हंडिया में नर्मदा नदी का पानी आने से छात्रावास में फंसी छात्राओं को नाव से बाहर निकाला जा रहा है. वहीं जिला मुख्यालय से खंडवा को जाने वाले रास्ते पर बने अजनाल नदी के पुल से करीब 5 फीट ऊपर पानी बहने से रास्ते बंद हो गए हैं.
हरदा में सोमवार को सुबह से 1,436 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा से करीब 174 मिलीमीटर ज्यादा है. बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में भी हालत बिगड़ गए हैं. पिछले 36 घंटों से बारिश हो रही है. जिसके चलते जिला मुख्यालय से कई गांवों का सम्पर्क टूट गया है.
जिले के जत्रापड़ाव, मानपुरा, खेड़ीपुरा, बंगाली कॉलोनी, कुलहरदा और टिमरनी के कई वार्डों में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है. जिला प्रशासन और नगर पालिका से मदद नहीं मिल पाने से भी लोगों में खासी नाराजगी है. वहीं एडीएम ने बताया कि हरदा और टिमरनी में हालात बिगड़ गए, जिसके चलते जिला प्रशासन ने लोगों को राहत देने के लिए सभी जगह बचाव कार्य शुरू कर दिया है. तेज बारिश के बाद कलेक्टर एस विश्वनाथन ने रात 3.30 बजे जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं.