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जिला अस्पताल में फैली भारी अनियमितताएं , ओपीडी के लिए मरीजों को करना पड़ता है लंबा इंतजार

जिला अस्पताल हरदा में डॉक्टर्स की कमी और उनके समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज परेशान होते हैं. वहीं अस्पताल में असुविधाएं भी बहुत हैं.

जिला अस्पताल हरदा
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Published : Jul 27, 2019, 8:09 PM IST

हरदा। जिला अस्पताल में इन दिनों लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं, यहां रोजाना डॉक्टरों के ओपीडी में देरी से आने के कारण मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक कर दिया गया है, बाबजूद इसके डॉक्टर समय से नहीं आ रहे हैं.


रोजाना की ही तरह शनिवार को भी डॉक्टर्स करीब साढ़े नौ बजे अस्पताल पहुंचे, इसके बाद अपने बच्चों के इलाज के लिए आए लोगों को साढ़े दस बजे तक शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं मिल पाए. शहर के एक छात्रावास से आई छात्राओं को भी डॉक्टर्स के आने का इंतजार करना पड़ा. छात्राएं करीब 1 घंटे इंतजार करती रहीं, जबकि उन्हें 10 बजे स्कूल के लिए जाना होता है.

जिला अस्पताल हरदा में डॉक्टर्स की कमी और उनके समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज परेशान


सुविधाओं की भारी कमी
जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है. यहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की दरकार है, जिला अस्पताल में सरकार ने 4 करोड़ 75 लाख की लागत से ट्रामा सेंटर तो बना दिया है लेकिन डॉक्टर्स की कमी और जरूरी संसाधनों की कमी के कारण यहां पर सामान्य मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. दुर्घटना में घायल मरीजों को सुविधाएं नहीं होने के कारण गंभीर हालत में महानगरों की ओर रेफर करना पड़ता है.

मरीजों को टाला जा रहा
डॉक्टर्स द्वारा ओपीडी के आने के समय राउंड पर जाने की बात कही जाती है. लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजों के मुताबिक ओपीडी शुरू होने के 1 घंटे तक डॉक्टर्स राउंड पर नहीं आते है.

क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉक्टरों के देरी से आने को लेकर मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनीष शर्मा से बात की गई तो उनके द्वारा मरीजों को पहले के समय 8 बजे आने की बात कही गई उन्होंने बताया कि ओपीडी का समय 9 बजे किया गया है लेकिन मरीज जल्दी आ जाते हैं. साथ ही डॉ. शर्मा का कहना है कि उन्हें मरीजों को देखने के साथ-साथ अन्य कार्यों को भी करना पड़ता है. वहीं कई बार मरीज किसी विशेष डॉक्टर्स से ही अपना इलाज कराने और उस डॉक्टर्स ड्यूटी बदलने के कारण मरीजों को लगता है कि वे समय पर नहीं आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर समय से आ कर मरीजों को देख रहे हैं.

हरदा। जिला अस्पताल में इन दिनों लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं, यहां रोजाना डॉक्टरों के ओपीडी में देरी से आने के कारण मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक कर दिया गया है, बाबजूद इसके डॉक्टर समय से नहीं आ रहे हैं.


रोजाना की ही तरह शनिवार को भी डॉक्टर्स करीब साढ़े नौ बजे अस्पताल पहुंचे, इसके बाद अपने बच्चों के इलाज के लिए आए लोगों को साढ़े दस बजे तक शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं मिल पाए. शहर के एक छात्रावास से आई छात्राओं को भी डॉक्टर्स के आने का इंतजार करना पड़ा. छात्राएं करीब 1 घंटे इंतजार करती रहीं, जबकि उन्हें 10 बजे स्कूल के लिए जाना होता है.

जिला अस्पताल हरदा में डॉक्टर्स की कमी और उनके समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज परेशान


सुविधाओं की भारी कमी
जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है. यहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की दरकार है, जिला अस्पताल में सरकार ने 4 करोड़ 75 लाख की लागत से ट्रामा सेंटर तो बना दिया है लेकिन डॉक्टर्स की कमी और जरूरी संसाधनों की कमी के कारण यहां पर सामान्य मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. दुर्घटना में घायल मरीजों को सुविधाएं नहीं होने के कारण गंभीर हालत में महानगरों की ओर रेफर करना पड़ता है.

मरीजों को टाला जा रहा
डॉक्टर्स द्वारा ओपीडी के आने के समय राउंड पर जाने की बात कही जाती है. लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजों के मुताबिक ओपीडी शुरू होने के 1 घंटे तक डॉक्टर्स राउंड पर नहीं आते है.

क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉक्टरों के देरी से आने को लेकर मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनीष शर्मा से बात की गई तो उनके द्वारा मरीजों को पहले के समय 8 बजे आने की बात कही गई उन्होंने बताया कि ओपीडी का समय 9 बजे किया गया है लेकिन मरीज जल्दी आ जाते हैं. साथ ही डॉ. शर्मा का कहना है कि उन्हें मरीजों को देखने के साथ-साथ अन्य कार्यों को भी करना पड़ता है. वहीं कई बार मरीज किसी विशेष डॉक्टर्स से ही अपना इलाज कराने और उस डॉक्टर्स ड्यूटी बदलने के कारण मरीजों को लगता है कि वे समय पर नहीं आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर समय से आ कर मरीजों को देख रहे हैं.

Intro:हरदा जिला अस्पताल इन दिनों लापरवाही का केंद्र बन गया है।यहां रोजाना डॉक्टरों के ओपीडी के टाइम पर देरी से आने के कारण इलाज कराने आने वाले मरीजो को इंतजार करना होता है।डॉक्टरों के लिए प्रशासन ने ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक कर दिया गया है।बाबजूद इसके डॉक्टर समय से नही आ रहे है।आज भी रोजाना की ही तरह डॉक्टर्स करीब साढ़े नो बजे के आसपास आना शुरू हुए।इसके बाद अपने बच्चों के इलाज के लिए आए लोगो को साढ़े दस बजे तक शिशु रोग विशेषज्ञ नही मिल पाए।शहर के एक छात्रावास से आई छात्राओं को भी डॉक्टर्स के आने का इंतजार करना पड़ा।छात्राएं करीब 1 घन्टे इंतजार करती रही जबकि उन्हें 10 बजे स्कूल के लिए जाना होता है।


Body:हरदा के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है।यहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की दरकार है।जिला अस्पताल में सरकार के द्वारा 4 करोड़ 75 लाख की लागत से ट्रामा सेंटर तो बना दिया है लेकिन डॉक्टर्स की कमी और जरूरी संसाधनों की कमी के कारण यहां पर सामान्य मरीजो को भर्ती किया जा रहा है।दुर्घटना में घायल मरीजो में समुचितव्यवस्था नही होने के कारण गम्भीर हालत में महानगरों की ओर रैफर करना पड़ता है।उधर डॉक्टर्स के द्वारा ओपीडी के आने के समय राउंड पर जाने की बात कही जाती है।लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजो के अनुसार ओपीडी शुरू होने के 1 घन्टे तक भी डॉक्टर्स राउंड पर नही आते है।
बाईट - दीपक कुमार,मरीज

बाईट - रिजवान अली,मरीज के परिजन
बाईट- सलमा बी,मरीज के परिजन


Conclusion:डॉक्टरों के देरी से आने को लेकर डॉ मनीष शर्मा से बात की गई तो उनके द्वारा मरीजो को पहले के समय 8 बजे आने और फ़िलहाल ओपीडी का समय 9 बजे करने की बात बताई है।साथ ही डॉ शर्मा का कहना है कि उन्हें मरीजो को देखने के साथ साथ अन्य कार्यो को भी करना पड़ता है।वही कई बार मरीज किसी विशेष डॉक्टर्स से ही अपना कराने और उस डॉक्टर्स के किसी अन्य स्थान पर ड्यूटी होने के कारण मरीजो को डॉक्टर्स के समय पर नही आना लगताहै।उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर समय से आ कर मरीजो का उपचार कर रहे है।
बाईट -डॉ मनीष शर्मा,मेडिकल ऑफिसर जिला अस्पताल,हरदा
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