हरदा। जिले में सिराली थाना क्षेत्र के पिपलिया गांव में लापता नाबालिग का शव मंगलवार को खंडवा जिले के जंगल में जली हालात में बरामद हुआ. नाबालिग के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी को एक महिला के द्वारा खंडवा में ले जाकर बेच दिया गया था. जिसके साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर शव को पेट्रोल डालकर जला दिया गया.
मृतका के परिजनों के मुताबिक नाबालिग 13 जुलाई से लापता थी. जिसको लेकर चार से पांच बार सिराली थाने में शिकायत दर्ज की गई, लेकिन पुलिस के द्वारा उन्हें बिना रिपोर्ट लिखे, वहां से चलता कर दिया. नाबालिग के गायब होने के 13 दिन बाद पुलिस ने 26 जुलाई को रिपोर्ट लिखी थी. वहीं बुधवार सुबह पुलिस ने खंडवा चलने के लिए कहा गया, जहां उनकी बेटी के शव की शिनाख्त कपड़ों के आधार पर की गई. परिजनों का कहना है कि सिराली थाने के जिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों ने मामले में लापरवाही की है, उन्हें बर्खास्त किया जाए. वहीं आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
कांग्रेस नेता अभिजीत शाह ने बताया कि पुलिस ने 13 जुलाई के बाद 26 जुलाई को परिजनों की रिपोर्ट दर्ज की. नाबालिग के शव को सीधे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, इस दौरान उन्होंने चक्का जाम कर कहा कि लापता नाबालिग के साथ हुई घटना की जानकारी पुलिस द्वारा सही नहीं दी जा रही थी. इस बात को लेकर ग्रामीण और परिजनों ने हंगामा किया. उनका कहना है कि क्षेत्र में लगातार आदिवासियों के साथ इस तरह की घटना हो रहीं हैं और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह वर्धमान का कहना है कि परिजनों के द्वारा सिराली थाना पुलिस पर मामले में लापरवाही करने का शिकायत की गई है. वे मामले की जांच कराएंगे. जिसके बाद गड़बड़ी पाए जाने पर आरोपियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.