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कृषि मंत्री के प्रयासों से हरदा में हो सकेगी कोरोना की जांच, पहले जांच के लिए भोपाल भेजे जाते थे सैंपल

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Published : Jun 22, 2020, 5:11 PM IST

Updated : Jun 22, 2020, 6:00 PM IST

हरदा जिला अस्पताल में कोरोना की जांच हो सकेगी. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के सामने स्थित सेंट्रल लैब में कोरना के सैंपल की जांच शुरू करने के लिए टू नॉट मशीन इंजीनियर के द्वारा इंस्टॉल कर दी गई है.

Health officials discussing about not a machine
टू नॉट मशीन के बारे में चर्चा करते स्वास्थ्य अधिकारी

हरदा। कृषि मंत्री कमल पटेल के प्रयासों से अब हरदा जिला अस्पताल में कोरोना की जांच हो सकेगी. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के सामने स्थित सेंट्रल लैब में कोरना के सैंपल की जांच शुरू करने के लिए टू नॉट मशीन इंजीनियर के द्वारा इंस्टॉल कर दी गई है. इसके साथ ही जांच करने के लिए लैब टेक्नीशियन को ट्रेनिंग भी दी गई है. इस मशीन से एक दिन में 15 से 20 जांच की जा सकेगी. इससे पहले कोरोना के सैंपल की जांच को लेकर हरदा से भोपाल एम्स में जांच के लिए भेजी जा रही थी. जिसकी रिपोर्ट आने में दो से 3 दिन लग जाते थे.

टू नॉट मशीन के बारे में चर्चा करते स्वास्थ्य अधिकारी

जिला अस्पताल के सेंट्रल लैब में ट्रू नॉट मशीन इंस्टॉल कर जांच करने के लिए लैब टेक्नीशियन सहित अन्य स्टाफ को ट्रेनिंग देकर जांच करने के लिए तैयार किया जा रहा है. अस्पताल की सेंट्रल जेल में एक कमरे में कोरना सैंपल की जांच की जाएगी. इसमें इंफेक्शन मटेरियल और लिक्विड मटेरियल कहां भेजा जाएगा, इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सीएमएचओ डॉक्टर नागवंशी ने सेंट्रल लैब पहुंचकर मशीन की जानकारी ली और तकनीकी स्टाफ से चर्चा की.

सीएमएचओ डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर भोपाल एम्स से भेजे जाते थे. जिसमें 2 से 3 दिन का समय रिपोर्ट आने में लगता था लेकिन अब हरदा में मंत्री कमल पटेल के प्रयासों से चार्ज मशीन लगा दी गई है. जिससे कि एक दिन में 15 से 20 सैंपल की जांच आसानी से हो जाएगी.

हरदा। कृषि मंत्री कमल पटेल के प्रयासों से अब हरदा जिला अस्पताल में कोरोना की जांच हो सकेगी. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के सामने स्थित सेंट्रल लैब में कोरना के सैंपल की जांच शुरू करने के लिए टू नॉट मशीन इंजीनियर के द्वारा इंस्टॉल कर दी गई है. इसके साथ ही जांच करने के लिए लैब टेक्नीशियन को ट्रेनिंग भी दी गई है. इस मशीन से एक दिन में 15 से 20 जांच की जा सकेगी. इससे पहले कोरोना के सैंपल की जांच को लेकर हरदा से भोपाल एम्स में जांच के लिए भेजी जा रही थी. जिसकी रिपोर्ट आने में दो से 3 दिन लग जाते थे.

टू नॉट मशीन के बारे में चर्चा करते स्वास्थ्य अधिकारी

जिला अस्पताल के सेंट्रल लैब में ट्रू नॉट मशीन इंस्टॉल कर जांच करने के लिए लैब टेक्नीशियन सहित अन्य स्टाफ को ट्रेनिंग देकर जांच करने के लिए तैयार किया जा रहा है. अस्पताल की सेंट्रल जेल में एक कमरे में कोरना सैंपल की जांच की जाएगी. इसमें इंफेक्शन मटेरियल और लिक्विड मटेरियल कहां भेजा जाएगा, इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सीएमएचओ डॉक्टर नागवंशी ने सेंट्रल लैब पहुंचकर मशीन की जानकारी ली और तकनीकी स्टाफ से चर्चा की.

सीएमएचओ डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर भोपाल एम्स से भेजे जाते थे. जिसमें 2 से 3 दिन का समय रिपोर्ट आने में लगता था लेकिन अब हरदा में मंत्री कमल पटेल के प्रयासों से चार्ज मशीन लगा दी गई है. जिससे कि एक दिन में 15 से 20 सैंपल की जांच आसानी से हो जाएगी.

Last Updated : Jun 22, 2020, 6:00 PM IST
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