हरदा । जहां एक ओर पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है, वहीं किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. टिड्डी के अटैक के कारण किसान परेशान हैं जिसे लेकर उपसंचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास अधिकारी एमपीएस चन्द्रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि टिड्डियों का दल लगातार हवा के साथ अपना रुख बदल रहा है. वहीं धनवाड़ा और देवपुर रोड पर हो रहे टिड्डी दल द्वारा अटैक का निरीक्षण करने कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने टिड्डी दल के मूवमेंट का निरीक्षण किया, साथ ही किसानों से भी इस मामलें में चर्चा की. साथ ही फायर बिग्रेड के माध्यम से पेड़ों पर बैठी हुई टिड्डीयों पर स्प्रे किया जा रहा है जिसका निरीक्षण भी कलेक्टर ने किया.
उपसंचालक किसान कल्याण और कृषि विकास एमपीएस चन्द्रावत ने सुबह से ही टीड्डी मूवमेंट की जानकारी कलेक्टर को दे दी थी. जिसके बाद कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए टिड्डी दल को नियंत्रित करने के लिए उनकी लोकेशन ट्रेस की. साथ ही लोकस्ट प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रभावी नियंत्रण की कार्रवाई भी सुनिश्चित की, इसके साथ ही उपसंचालक किसान कल्याण और कृषि विकास ने अनुविभागीय अधिकारी विष्णुप्रसाद यादव खिरकिया, पटवारी अल्का एक्का के माध्यम से रात को टिड्डीयों का दल कहा रुकने वाला है इसकी लोकेशन भी ट्रेस करवाने के लिए अनुरोध किया गया.
डीडीए चन्द्रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों ने टिड्डियों के दल को भगाने के लिए कई तरह के ध्वनी प्रदूषण, औऱ धुंआ उत्पन्न किया है, जिससे टिड्डी दल दो भागों में विभाजित हो गया है. एक भाग उवां के जंगलों में पहुंच चुका है तो वही दूसरा भाग लोनी, मरदानपुर में प्रवाहित माचक नदी के किनारों पर लगे पेड़ों में टिड्डियों का आतंक देखने को मिल रहा है. जिसके नियंत्रण के लिए पावर स्प्रे और ट्रैक्टर माउन्टेड से कीटनाशक स्प्रे किया जा रहा है.
पहला टिड्डी दल उंवा के जंगलों से निकलकर करनपुरा, सोनतलाई, पीपलघटा, जामली, रेवापुर, गाडरापुर, छिड़गाव, सेनगुडमाल आदि ग्रामों में पहुंचा. लेकिन इन जगहों पर फसलों में किसी तरह का नुकसान देखने को नहीं मिला, किसानों ने लगातार ध्वनि और धुआं उत्पन्न कर अपने खेतों में टिड्डियों को बैठने नहीं दिया. वहीं टिड्डी दल का मूवमेंट लगातार देखने को मिल रहा है.