हरदा। जिले का किसान आगामी खरीफ सीजन की फसल की तैयारियों में जुट गया है. किसानों को खाद विक्रेताओं के द्वारा अमानक खाद ना बेचा जाए जिसको लेकर शासन कृषि विभाग को निर्देश जारी किए हैं. जिसके बाद कृषि उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों से रासायनिक खादों के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं. हरदा जिले को प्रशासन से 111 उर्वरकों के नमूने लेने का लक्ष्य दिया गया है. कृषि विभाग के द्वारा जिले के अलग-अलग खाद विक्रेताओं की दुकान से अब तक 42 सैंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.
बीते साल कुछ खाद विक्रेताओं के द्वारा किसानों को अमानक खाद और बीज बेच दिए गए थे. जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ फसल का उत्पादन भी नहीं होने पाया था. जिसको लेकर विभाग के द्वारा शहर के एग्रो सर्विस सेंटर पर उर्वरकों के नमूने जांच के लिए गए हैं. बीते साल भी एग्रो सेंटर का लाइसेंस कृषि विभाग के द्वारा निरस्त कर दिया गया था. कृषि विभाग के द्वारा सेंटर से चार नमूने लिए हैं. पिछले 1 सप्ताह से जारी कार्रवाई के दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा जिले के सभी खाद विक्रेताओं से उनके दुकानों में रखें खाद की नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.
कृषि विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर कपिल बेड़ा ने बताया कि विभाग के द्वारा किसानों को इस बात के लिए भरोसा दिलाया जाता है, क्यों उनके द्वारा जो खाद खरीदा जा रहा है. वह गुणवत्ता युक्त है जिसपर हमारे द्वारा जिले की सभी खाद दुकानों से रासायनिक उर्वरक के सैंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए वही जा रहे हैं.