ग्वालियर। कोरोना महामारी के बाद आज मध्य प्रदेश सरकार ने अपना बजट पेश कर दिया है. सरकार का कहना है कि इस बजट के जरिए मध्यप्रदेश के सभी वर्ग को संतोष किया गया है तो वहीं विपक्ष लगातार इस बजट को लेकर सवाल खड़े कर रहा है. इसी को लेकर जब ईटीवी भारत ने महिलाओं से बातचीत की तो वे इस बजट से पूरी तरह असंतोष नजर आईं. महिलाओं का कहना है कि इस बजट में सरकार ने उनके लिए सरकारी कुछ विशेष नहीं किया है.
महंगाई को रोकने के लिए सरकार ने इस बजट में कुछ नहीं किया
महिलाओं का कहना है कि समय पूरे प्रदेश भर में महंगाई की मार लोगों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है, लेकिन सरकार ने इस बजट में महंगाई को रोकने के लिए कोई भी प्रावधान नहीं किया. साथ ही डीजल पेट्रोल की रेट लगातार ऊपर जा रहे हैं. इसी को लेकर भी सरकार ने कुछ कदम नहीं उठाया है. इस वजह से आम लोग काफी परेशान हैं. उनको जीवन जीवन में काफी संकट आ रहे हैं.
महंगाई के कारण किचन का बजट पूरी तरह बिगड़ा रहा है
महिलाओं का कहना है प्रदेश में बढ़ती महंगाई के कारण आम लोगों का जीवन यापन करना बहुत कठिन हो गया है. गैस सिलेंडर के दाम 1000 के आस-पास हो चुके हैं, तो वहीं राशन भी बहुत महंगा हो रहा है. इसलिए सरकार से आस थी कि सरकार इस बजट में कुछ ना कुछ प्रधान लेकर आएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया.
इस बजट में महिला सुरक्षा को लेकर नहीं की गई कोई भी बात
सुरक्षा को लेकर महिलाएं असंतुष्ट हैं, उन्होंने कहा है कि पूरे प्रदेश भर में महिला सुरक्षा एक सबसे बड़ा कारण है. आए दिन महिलाओं और छात्राओं के साथ घटनाएं हो रही है और सरकार से उम्मीद थी कि इस बजट में वह महिला सुरक्षा को लेकर ध्यान रखेगी, लेकिन सरकार ने कुछ भी ऐसा प्रावधान नहीं किया है. हालांकि सरकार ने हर जिले में महिला थाना खोलने की बात कही है, लेकिन पिछली सरकार में भी शिवराज सरकार ने महिला थाना खोलने की बात की थी. जो आज तक महिला पूरा नहीं हो पाया है.