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मां-बेटे ने मांगी इच्छामृत्यु, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और CJI को लिखा पत्र - MP News

ग्वालियर में एक महिला ने पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है. आर्थिक परेशानियों से परेशान महिला ने अपने बेटे और खुद के आत्महत्या की अनुमति मांगी है.

मृतका की पत्नी और बेटे
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Published : Apr 24, 2019, 12:24 PM IST

ग्वालियर। टेकनपुर स्थित BSF के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर रहे छवि दास महंत की पत्नी और बेटे ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश और कलेक्टर को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है. परिवार ने पति की मौत के बाद किसी भी तरह की आर्थिक सहायत नहीं मिलने का आरोप लगाया है.


दरअसल छवि दास महंत सीमा सुरक्षा बल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डांस टीचर थे. 22 जुलाई 2015 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. उसके बाद पत्नी बिंदु महंत और बेटे नमन को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिली, जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिंदु ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए भी कई बार आवेदन किया, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.

पीड़िता ने मांगी इच्छामृत्यु की अनुमति


मृतक छवि दास महंत की पत्नी बिंदु का कहना है कि पिछले 3 सालों से स्कूल प्रबंधन डांस टीचर को आवंटित क्वॉर्टर खाली करने का दबाव बना रहा है. बिंदु का कहना है कि वे अपने बेटे को लेकर कहां जाएंगी, उनके पास ना तो कोई आर्थिक संसाधन है और ना ही जीवनयापन करने के लिए कोई छत मयस्सर है. वहीं उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर को आवेदन देने के लिए दिन भर कोशिश की, लेकिन चुनाव नामांकन प्रक्रिया में उलझे होने के चलते किसी ने भी उनका आवेदन नहीं लिया. एडीएम ने यह कहकर आवेदन लौटा दिया कि नामांकन प्रक्रिया निपटने के बाद वे उनसे मिलेंगे. लिहाजा निराश होकर बिंदु ने अपने बेटे के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सीजेआई और ग्वालियर कलेक्टर को पत्र लिखकर आत्महत्या की अनुमति मांगी है.

ग्वालियर। टेकनपुर स्थित BSF के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर रहे छवि दास महंत की पत्नी और बेटे ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश और कलेक्टर को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है. परिवार ने पति की मौत के बाद किसी भी तरह की आर्थिक सहायत नहीं मिलने का आरोप लगाया है.


दरअसल छवि दास महंत सीमा सुरक्षा बल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डांस टीचर थे. 22 जुलाई 2015 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. उसके बाद पत्नी बिंदु महंत और बेटे नमन को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिली, जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिंदु ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए भी कई बार आवेदन किया, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.

पीड़िता ने मांगी इच्छामृत्यु की अनुमति


मृतक छवि दास महंत की पत्नी बिंदु का कहना है कि पिछले 3 सालों से स्कूल प्रबंधन डांस टीचर को आवंटित क्वॉर्टर खाली करने का दबाव बना रहा है. बिंदु का कहना है कि वे अपने बेटे को लेकर कहां जाएंगी, उनके पास ना तो कोई आर्थिक संसाधन है और ना ही जीवनयापन करने के लिए कोई छत मयस्सर है. वहीं उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर को आवेदन देने के लिए दिन भर कोशिश की, लेकिन चुनाव नामांकन प्रक्रिया में उलझे होने के चलते किसी ने भी उनका आवेदन नहीं लिया. एडीएम ने यह कहकर आवेदन लौटा दिया कि नामांकन प्रक्रिया निपटने के बाद वे उनसे मिलेंगे. लिहाजा निराश होकर बिंदु ने अपने बेटे के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सीजेआई और ग्वालियर कलेक्टर को पत्र लिखकर आत्महत्या की अनुमति मांगी है.

Intro:ग्वालियर
टेकनपुर स्थित बीएसएफ के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर रहे छवि दास महंत की पत्नी और बेटे ने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री भारत के मुख्य न्यायाधीश और जिलाधीश को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है उनका कहना है कि पति की मौत के बाद ना तो उन्हें कोई आर्थिक सहायता मुहैया कराई गई और ना ही अनुकंपा नियुक्ति। रही सही कसर बीएसएफ सेकेंडरी स्कूल का प्रबंधन उनसे क्वाटर खाली करने पर दबाव बना रहा है।


Body:दरअसल छवि दास महंत सीमा सुरक्षा बल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डांस टीचर थे 22 जुलाई 2015 को उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था उसके बाद पत्नी बिंदु महंत और बेटे नमन को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिली उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति के लिए भी कई बार आवेदन किया लेकिन मुझ पर कोई भी विचार नहीं किया गया। अब पिछले 3 सालों से स्कूल प्रबंधन डांस टीचर को आवंटित क्वार्टर खाली करने पर दबाव बना रहा है। बिंदु का कहना है कि वे अपने बेटे को लेकर कहां जाएंगी क्योंकि उनके पास ना तो कोई आर्थिक संसाधन है और ना ही जीवन यापन करने के लिए कोई छत मयस्सर है।


Conclusion:उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर को आवेदन देने के लिए दिनभर कोशिश की लेकिन अधिकारी चुनाव नामांकन प्रक्रिया में उलझे हुए थे इसलिए किसी ने भी उनका आवेदन नहीं लिया। एडीएम ने यह कहकर आवेदन लौटा दिया कि नामांकन प्रक्रिया निपटने के बाद बे उनसे मिलें। निराश होकर महिला अपने बेटे के साथ वापस चली गई महिला बिंदु महंत ने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री सीजेआई और ग्वालियर कलेक्टर को का पत्र लिखकर आत्महत्या की अनुमति मांगी है।
बाइट बिंदु महंत टीचर की विधवा
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