ग्वालियर। जिले में एक बार फिर हिंदू महासभा के सदस्यों ने गोडसे की चिंगारी को भड़का दिया है. शहर स्थित हिंदू महासभा कार्यालय में हिंदू महासभा सदस्यों ने रविवार को बापू के हत्यारे गोडसे के नाम से गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया है. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हिंदू महासभा के पुरुष और महिला सदस्य शामिल हुए. गोडसे ज्ञानशाला के उद्घाटन के बाद एक बार फिर पूरे प्रदेश में नाथूराम गोडसे पर सियासत शुरू हो गई है. जिसे लेकर ETV भारत की टीम सोमवार को हिंदू महासभा कार्यालय पहुंची और सदस्यों से कर जानने की कोशिश की कि आखिरकार बापू के हत्यारे गोडसे को लेकर वे क्या सोचते हैं और उनकी क्या मंशा है.
जन-जन तक पहुंचाएंगे गोडसे की विचारधारा
हिंदू महासभा कार्यालय में सोमवार को गोडसे ज्ञान पाठशाला में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. ETV भारत ने जब वहां मौजूद सदस्यों से पूछा कि इस ज्ञान पाठशाला का क्या उद्देश्य है, तो उन्होंने कहा ज्ञान पाठशाला के जरिए हम लोगों को गोडसे की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाएंगे. उन्होंने इस देश में जो भागीदारी निभाई है. देश के लोग उन्हें गलत समझते हैं, उनको पूरी सच्चाई ज्ञान पाठशाला के जरिए बताया जाएगा. साथ ही यहां पाठशाला में आरक्षण पर हिंदू महासभा के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
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असली इतिहास को लोगों के सामने लाना है
हिंदू महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि हम असली इतिहास को लोगों के सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं. इतिहास में जो चीजें दबा दी गई हैं, गोडसे को लोग बुरा समझते हैं. हम उनकी असली सच्चाई बता रहे हैं.
अगर सरकार की नजर में गलत है तो यह गलत काम करते रहेंगे
हिंदू महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेसियों ने जिस इतिहास को दबा दिया था, गोडसे को देशद्रोही बताया, उसे हम लोगों के सामने ला रहे हैं. गोडसे एक सच्चे देशभक्त हैं. हिंदुत्ववादी हैं. उनके सच को लोगों तक सामने ला रहे हैं. अगर पार्टी और सरकार को गलत लगता है, तो हम गलत करते रहेंगे. हिंदू महासभा का सिर्फ एक ही उद्देश्य है, इस सच्चाई को लोगों के सामने लाना.
गांधी जी की हत्या नहीं बल्कि उनका वध किया गया था
ETV भारत की टीम ने हिंदू महासभा के सदस्यों से जब पूछा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे को आप पूज रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि गोडसे ने हत्या नहीं बल्कि उनका वध किया था. सभी जानते हैं कि देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ है. उस समय सभी मुसलमानों को पाकिस्तान जाना चाहिए ,वही हिंदुओं को इस हिंदुस्तान में रहना चाहिए. ये कहते हुए गांधीजी धर्म के आधार पर विभाजन किया. यह बात गोडसे जी को गलत लगी, इसलिए उन्होंने उनका वध कर दिया था.
सरकार और जिला प्रशासन को दी चेतावनी
हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने सरकार और जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि 19 मई 2021 को वे गोडसे की मूर्ति स्थापित करेंगे. सरकार और जिला प्रशासन से कहना चाहते हैं कि जितनी ताकत लगा सकते हैं लगाएं, लेकिन हम अबकी बार फिर से हिंदू महासभा कार्यालय में गोडसे जी की मूर्ति स्थापित करेंगे.
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कांग्रेस की विचारधारा के थे राष्ट्रपिता
हिंदू महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि किस संविधान में लिखा है कि राष्ट्रपिता हमारे देश के राष्ट्रपिता है. उन्होंने हमारे देश का विभाजन किया. वे कांग्रेस विचारधारा के एक नेता थे. उन्होंने हिंदुओं के साथ नाइंसाफी की है. अगर गोडसे ने महात्मा गांधी जी की हत्या की है तो सही काम किया है.
बापू पाकिस्तान के राष्ट्रपिता
हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने बापू को पाकिस्तान का राष्ट्रपति कहा है. उनका कहना है गांधी जी के रहते, पाकिस्तान का जन्म हुआ है. उन्होंने ही विभाजन किया था. वह पाकिस्तान के राष्ट्रपिता हो सकते हैं लेकिन हमारे देश के नहीं.