ग्वालियर। जिले में बिल्डर और कंस्ट्रक्शन कंपनियां तगड़ा मुनाफा कमाने और प्रोजेक्ट जल्दी बनाने की हड़बड़ी में उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में बन रही कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में आर्टिफिशियल रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है.
शासन ने रेत माफियाओं पर शिकंजा कस दिया है, ऊपर से बारिश के मौसम में रेत की कमी है. जिसके चलते प्रोजेक्ट पूरा करने की जल्दी और ग्राहकों को फ्लैट का पजेशन देकर मोटा मुनाफा कमाने की होड़ में कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में लगातार आर्टिफिशियल रेत का उपयोग हो रहा है. पता चला है कि घाटीगांव इलाके से लाई गई नकली रेत का मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण में उपयोग हो रहा है.
आपको बता दें कि नकली रेत या आर्टिफिशियल रेत उसे कहते हैं, जो पहाड़ी मिट्टी को धोकर और छानकर बनाई जाती है. सीमेंट पर इसकी पकड़ बहुत कमजोर रहती है और इस रेत से बनी हुई कोई भी इमारत 5-10 सालों में ही धराशायी होने की स्थिति में आ जाती है.
वहीं जिला खनिज अधिकारी गोविंद शर्मा ने बताया कि कई बार नकली रेत पर प्रभावी कार्रवाई की गई है, हाल ही में हजारों टन रेत नष्ट करवाई गई है, लेकिन ग्वालियर अंचल में अब भी नकली रेत आ रही है, तो हम इस पर कार्रवाई करेंगे.
जब इस मामले में टाउनशिप के जिम्मेदारों से बात करना चाही, तो वे मीटिंग का बहाना बनाकर ऑफिस में बैठे रहे और कैमरे के सामने नहीं आए.