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उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ ,मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में नकली रेत का इस्तेमाल - रेत माफिया

ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में बन रही कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में आर्टिफिशियल रेत के इस्तेमाल का आरोप लग रहा है, जिस पर जिला खनिज अधिकारी गोविंद शर्मा ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.

मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में नकली रेत का इस्तेमाल
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Published : Sep 27, 2019, 1:48 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 2:21 PM IST

ग्वालियर। जिले में बिल्डर और कंस्ट्रक्शन कंपनियां तगड़ा मुनाफा कमाने और प्रोजेक्ट जल्दी बनाने की हड़बड़ी में उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में बन रही कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में आर्टिफिशियल रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है.

उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़

शासन ने रेत माफियाओं पर शिकंजा कस दिया है, ऊपर से बारिश के मौसम में रेत की कमी है. जिसके चलते प्रोजेक्ट पूरा करने की जल्दी और ग्राहकों को फ्लैट का पजेशन देकर मोटा मुनाफा कमाने की होड़ में कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में लगातार आर्टिफिशियल रेत का उपयोग हो रहा है. पता चला है कि घाटीगांव इलाके से लाई गई नकली रेत का मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण में उपयोग हो रहा है.

आपको बता दें कि नकली रेत या आर्टिफिशियल रेत उसे कहते हैं, जो पहाड़ी मिट्टी को धोकर और छानकर बनाई जाती है. सीमेंट पर इसकी पकड़ बहुत कमजोर रहती है और इस रेत से बनी हुई कोई भी इमारत 5-10 सालों में ही धराशायी होने की स्थिति में आ जाती है.

वहीं जिला खनिज अधिकारी गोविंद शर्मा ने बताया कि कई बार नकली रेत पर प्रभावी कार्रवाई की गई है, हाल ही में हजारों टन रेत नष्ट करवाई गई है, लेकिन ग्वालियर अंचल में अब भी नकली रेत आ रही है, तो हम इस पर कार्रवाई करेंगे.

जब इस मामले में टाउनशिप के जिम्मेदारों से बात करना चाही, तो वे मीटिंग का बहाना बनाकर ऑफिस में बैठे रहे और कैमरे के सामने नहीं आए.

ग्वालियर। जिले में बिल्डर और कंस्ट्रक्शन कंपनियां तगड़ा मुनाफा कमाने और प्रोजेक्ट जल्दी बनाने की हड़बड़ी में उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में बन रही कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में आर्टिफिशियल रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है.

उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़

शासन ने रेत माफियाओं पर शिकंजा कस दिया है, ऊपर से बारिश के मौसम में रेत की कमी है. जिसके चलते प्रोजेक्ट पूरा करने की जल्दी और ग्राहकों को फ्लैट का पजेशन देकर मोटा मुनाफा कमाने की होड़ में कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में लगातार आर्टिफिशियल रेत का उपयोग हो रहा है. पता चला है कि घाटीगांव इलाके से लाई गई नकली रेत का मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण में उपयोग हो रहा है.

आपको बता दें कि नकली रेत या आर्टिफिशियल रेत उसे कहते हैं, जो पहाड़ी मिट्टी को धोकर और छानकर बनाई जाती है. सीमेंट पर इसकी पकड़ बहुत कमजोर रहती है और इस रेत से बनी हुई कोई भी इमारत 5-10 सालों में ही धराशायी होने की स्थिति में आ जाती है.

वहीं जिला खनिज अधिकारी गोविंद शर्मा ने बताया कि कई बार नकली रेत पर प्रभावी कार्रवाई की गई है, हाल ही में हजारों टन रेत नष्ट करवाई गई है, लेकिन ग्वालियर अंचल में अब भी नकली रेत आ रही है, तो हम इस पर कार्रवाई करेंगे.

जब इस मामले में टाउनशिप के जिम्मेदारों से बात करना चाही, तो वे मीटिंग का बहाना बनाकर ऑफिस में बैठे रहे और कैमरे के सामने नहीं आए.

Intro:एंकर-:ग्वालियर में बिल्डर और कंस्ट्रक्शन कंपनियाँ तगड़ा मुनाफा कमाने और प्रोजेक्ट जल्दी बनाने की हड़बड़ी में उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही हैं, प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में बन रही कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में आर्टिफिशियल रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है!
Body:वीओ-: शासन द्वारा रेत माफिया पर लगाम लगाने और बारिश के मौसम में रेत की कमी के चलते प्रोजेक्ट पूरा करने की जल्दी और ग्राहकों को फ्लैट का पजेशन देकर मोटा मुनाफा कमाने की होड़ में काॅस्मो आनंदा टाउनशिप में लगातार आर्टिफिशियल रेत का उपयोग हो रहा है हमने मौके पर जाकर जायजा लिया तो वहाँ सचमुच घाटीगाँव इलाके से लाई गई नकली रेत का मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण में उपयोग हो रहा था आपको बता दें कि नकली रेत दरअसल होती क्या है नकली रेत या आर्टिफिशियल रेत उसे कहते हैं जो पहाड़ी मिट्टी को धोकर छानकर बनाई जाती है सीमेंट पर इसकी पकड़ बहुत कमजोर रहती है और इस रेत से बनी हुई कोई भी इमारत पाँच दस वर्षों में ही धराशायी होने की स्थिति में आ जाती है,
वीओ-: इस संबंध में जानकारी जब जिला खनिज अधिकारी से ली गई तो उनका कहना था कि हमने कई बार नकली रेत पर प्रभावी कार्यवाही की है हाल ही में हजारों टन रेत नष्ट करवाई है लेकिन इस अब तक यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी ग्वालियर अंचल में रेत आ रही है तो हम इस पर कार्रवाई करेंगे,
Conclusion:इस सबके बीच जब हमने टाउनशिप के कर्ताधर्ताओं से बात करनी चाही तो वे मीटिंग का बहाना बनाकर ऑफिस में बैठे रहे और उन्होंने कैमरे के सामने आने की जहमत तक नहीं उठाई मतलब साफ है कि उनके पास इस नकली रेत के विषय में कोई भी जवाब नहीं था जो वे दे पाते वहीं जब टाउनशिप बनने के बाद लाखों करोड़ों रूपये देकर उपभोक्ता अपने सपनों का घर यहाँ खरीदेंगे तो उन्हें यहाँ लगाया जाने वाले बिल्डिंग मटेरियल के बारे में पता नहीं होगा और बाद में वे भी बिल्डर के लालच के शिकार बन जाएँगे!

बाइट-: गोविन्द शर्मा (जिला खनिज अधिकारी, ग्वालियर)

बाइट-:उमेश सिंह (शिकायतकर्ता)
Last Updated : Sep 27, 2019, 2:21 PM IST
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