ग्वालियर। शहर में एक प्रसूता ने ऑटो में ही एक बच्चे को जन्म दिया है. प्रसूता को ऑटो से हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, लेकिन ऑटो ट्रैफिक (traffic in gwalior) में फंस गया. तभी महिला को तेज दर्द हुआ. साथ में जा रही सास और चचिया सास घबरा गईं. इसी बीच एक बुजुर्ग महिला फरिश्ता बनकर आई. बुजुर्ग ने प्रसूता की डिलीवरी कराई. थोड़ी ही देर में ट्रैफिक जाम में गाड़ियों के हॉर्न और शोर के बीच बच्चे की किलकारी गूंज उठी. जाम खुलने के बाद परिजन मां-बेटे को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने जच्चा-बच्चा दोनों को स्वस्थ स्वस्थ बताया है.
जाम में फंस गया था प्रसूता का ऑटो
बता दे बहोड़ापुर आनंद नगर निवासी नरेश कुशवाह की पत्नी अनीता गर्भवती थी. सोमवार शाम को जब अनीता के पेट में तेज दर्द हुआ, तो घर पर कोई नहीं था. सास और ससुर उसे घर से ऑटो में लेकर लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह (Laxmiganj maternity home) के लिए निकलीं. जब वह शहर के भीड़भाड़ इलाके से गुजर रहे थे, तो उस समय वहां लगभग 20 मिनट तक जाम लग गया. इसी दौरान ऑटो में अनीता की हालत खराब होती चली गई.
नन्हे बच्चे के लिए फरिश्ता बनकर आई बूढ़ी मां
दर्द से कराह रही अनीता की चीख सुनकर पास से गुजर रही एक महिला वहां पहुंची. उसने बताया कि वह दाई मां है. ऐसे में दाई मां ने ऑटो के चारों तरफ से पर्दे बंद कर प्रसव कराया. अनीता की सास मालती और चचिया सास पार्वती ने जब बेटे के जन्म की बात सुनीं, तो वह खुशी से झूम उठीं. इसके बाद प्रसव कराने वाली महिला बहू को जल्दी अस्पताल में भर्ती कराने की कहकर चली गईं.
जन्म के बाद मां और बेटा दोनों स्वस्थ
नन्हे बेटे के जन्म होने के बाद प्रसूता को लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह पहुंचे. डॉक्टर ने दोनों मां-बेटे का चेकअप किया. दोनों स्वस्थ हैं.