ग्वालियर। हर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन प्राइवेट स्कूल के मोटे खर्चों को वहन कर पाना सबके वश में नहीं होता, वहीं सरकारी स्कूलों की बदहाली की खबरें पैरेंट्स को डराती हैं. लेकिन ग्वालियर के उपनगर मुरार स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय ऐसा है, जो किसी भी मायने में किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है. माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय CCTV कैमरों से लैस है. वहीं 6 कक्षाओं में एयर कंडीशन भी लगाया गया है.
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि आने वाले समय में सभी 28 कक्षाओं को वातानुकूलित किया जाएगा. स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 हजार 180 है. वहीं कक्षा 9 और 11 में कक्षा में पढ़ने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है.
स्कूल के प्राचार्य जेपी मौर्य ने कलेक्टर अनुराग चौधरी से स्कूल को इस तरह से रिनोवेट करने की मांग की थी, ताकि निजी स्कूल भी उसका अनुसरण कर सकें. प्रचार्य का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट अपने स्कूल और कुछ निजी संगठनों के सहयोग से करीब डेढ़ लाख रुपए की राशि जुटाई. जिससे उन्होंने 11 एसी खरीदे. हर हॉल में 2-2 एसी लगाए गए हैं, जबकि सीसीटीवी कैमरे पूरे स्कूल में लगे हुए हैं.
बता दें कि इस बार घोषित हुए दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 230 में से 227 छात्रों के 75 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं, जबकि 3 छात्रों के अंक 58 और 59 फीसदी रहे हैं. सरकारी स्कूल के पढ़ाई के स्तर को देखते हुए प्राचार्य को हाल ही में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रमुख सचिव ने भोपाल बुलाकर सम्मानित किया था. इस उमस भरी भीषण गर्मी में वातानुकूलित माहौल में पढ़ना बच्चों के लिए किसी सुखद अनुभव से कम नहीं है. टीचर भी अब स्कूल में मन लगाकर पढ़ा रहे हैं. इंटर के 2 अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों का इस साल आईआईटी में चयन हुआ है, जबकि दो छात्राओं का सामान्य वर्ग से NEET में दाखिला हुआ है.