ETV Bharat / state

उत्कृष्ट पढ़ाई के साथ ही निजी स्कूलों से कहीं बेहतर है यह सरकारी स्कूल, AC और CCTV कैमरों से है लैस - शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय

शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय ऐसा है, जो किसी भी मायने में किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है. माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय CCTV कैमरों से लैस है. वहीं 6 कक्षाओं में एयर कंडीशन भी लगाया गया है.

उत्कृष्ट पढ़ाई के साथ ही निजी स्कूलों से कहीं बेहतर है यह सरकारी स्कूल
author img

By

Published : Jul 15, 2019, 3:30 PM IST

ग्वालियर। हर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन प्राइवेट स्कूल के मोटे खर्चों को वहन कर पाना सबके वश में नहीं होता, वहीं सरकारी स्कूलों की बदहाली की खबरें पैरेंट्स को डराती हैं. लेकिन ग्वालियर के उपनगर मुरार स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय ऐसा है, जो किसी भी मायने में किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है. माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय CCTV कैमरों से लैस है. वहीं 6 कक्षाओं में एयर कंडीशन भी लगाया गया है.


स्कूल प्रबंधन का कहना है कि आने वाले समय में सभी 28 कक्षाओं को वातानुकूलित किया जाएगा. स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 हजार 180 है. वहीं कक्षा 9 और 11 में कक्षा में पढ़ने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है.

उत्कृष्ट पढ़ाई के साथ ही निजी स्कूलों से कहीं बेहतर है यह सरकारी स्कूल


स्कूल के प्राचार्य जेपी मौर्य ने कलेक्टर अनुराग चौधरी से स्कूल को इस तरह से रिनोवेट करने की मांग की थी, ताकि निजी स्कूल भी उसका अनुसरण कर सकें. प्रचार्य का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट अपने स्कूल और कुछ निजी संगठनों के सहयोग से करीब डेढ़ लाख रुपए की राशि जुटाई. जिससे उन्होंने 11 एसी खरीदे. हर हॉल में 2-2 एसी लगाए गए हैं, जबकि सीसीटीवी कैमरे पूरे स्कूल में लगे हुए हैं.

बता दें कि इस बार घोषित हुए दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 230 में से 227 छात्रों के 75 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं, जबकि 3 छात्रों के अंक 58 और 59 फीसदी रहे हैं. सरकारी स्कूल के पढ़ाई के स्तर को देखते हुए प्राचार्य को हाल ही में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रमुख सचिव ने भोपाल बुलाकर सम्मानित किया था. इस उमस भरी भीषण गर्मी में वातानुकूलित माहौल में पढ़ना बच्चों के लिए किसी सुखद अनुभव से कम नहीं है. टीचर भी अब स्कूल में मन लगाकर पढ़ा रहे हैं. इंटर के 2 अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों का इस साल आईआईटी में चयन हुआ है, जबकि दो छात्राओं का सामान्य वर्ग से NEET में दाखिला हुआ है.

ग्वालियर। हर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन प्राइवेट स्कूल के मोटे खर्चों को वहन कर पाना सबके वश में नहीं होता, वहीं सरकारी स्कूलों की बदहाली की खबरें पैरेंट्स को डराती हैं. लेकिन ग्वालियर के उपनगर मुरार स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय ऐसा है, जो किसी भी मायने में किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है. माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय CCTV कैमरों से लैस है. वहीं 6 कक्षाओं में एयर कंडीशन भी लगाया गया है.


स्कूल प्रबंधन का कहना है कि आने वाले समय में सभी 28 कक्षाओं को वातानुकूलित किया जाएगा. स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 हजार 180 है. वहीं कक्षा 9 और 11 में कक्षा में पढ़ने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है.

उत्कृष्ट पढ़ाई के साथ ही निजी स्कूलों से कहीं बेहतर है यह सरकारी स्कूल


स्कूल के प्राचार्य जेपी मौर्य ने कलेक्टर अनुराग चौधरी से स्कूल को इस तरह से रिनोवेट करने की मांग की थी, ताकि निजी स्कूल भी उसका अनुसरण कर सकें. प्रचार्य का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट अपने स्कूल और कुछ निजी संगठनों के सहयोग से करीब डेढ़ लाख रुपए की राशि जुटाई. जिससे उन्होंने 11 एसी खरीदे. हर हॉल में 2-2 एसी लगाए गए हैं, जबकि सीसीटीवी कैमरे पूरे स्कूल में लगे हुए हैं.

बता दें कि इस बार घोषित हुए दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 230 में से 227 छात्रों के 75 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं, जबकि 3 छात्रों के अंक 58 और 59 फीसदी रहे हैं. सरकारी स्कूल के पढ़ाई के स्तर को देखते हुए प्राचार्य को हाल ही में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रमुख सचिव ने भोपाल बुलाकर सम्मानित किया था. इस उमस भरी भीषण गर्मी में वातानुकूलित माहौल में पढ़ना बच्चों के लिए किसी सुखद अनुभव से कम नहीं है. टीचर भी अब स्कूल में मन लगाकर पढ़ा रहे हैं. इंटर के 2 अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों का इस साल आईआईटी में चयन हुआ है, जबकि दो छात्राओं का सामान्य वर्ग से NEET में दाखिला हुआ है.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर के उपनगर मुरार स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उत्कृष्ट विद्यालय होने के साथ ही प्रदेश का ऐसा पहला विद्यालय है जहां आम लोगों के बच्चे किसी महंगे निजी स्कूल से दिखने वाले विद्यालय में अध्ययनरत हैं। पूरा स्कूल सीसीटीवी कैमरों से लैस है वही 6 कक्षाओं को वातानुकूलित बनाया गया है।


Body:दरअसल प्रदेश के इस अनोखे पहले स्कूल में बच्चों को एसी वाले क्लास रूम में बैठने की सुविधा है फिलहाल यहां 6 क्लास रूम को एसी लगा कर सुसज्जित किया गया है स्कूल प्रबंधन का कहना है कि आने वाले समय में सभी 28 कक्षाओं को वातानुकूलित किया जाएगा। यहां बच्चों की संख्या 1180 है। कक्षा 9 और 11 में प्रवेश परीक्षा देकर ही यहां मेधावी छात्र-छात्राओं का चयन किया जाता है। खास बात यह भी है कि स्कूल में लड़कियों की संख्या कहीं ज्यादा है ।यानी 1180 में से सिर्फ 625 लड़कियां ही है। इसी साल जून महीने में जिला कलेक्टर अनुराग चौधरी का उत्कृष्ट विद्यालय का दौरा हुआ था जिसमें उन्होंने प्राचार्य जेपी मौर्य को सलाह दी थी कि वे इस स्कूल को इस तरह से रिनोवेट करें कि निजी स्कूल भी उसका अनुसरण करें। प्रिंसिपल ने यह बात गांठ बांध ली। उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट अपने स्कूल और कुछ निजी संगठनों के सहयोग से कर करीब डेढ़ लाख रुपए की राशि जुटाई। जिसके चलते उन्होंने 11 एसी खरीदे। हर हाल में 2-2 एसी लगाए गए हैं जबकि सीसीटीवी कैमरे पूरे स्कूल में लगे हुए हैं।


Conclusion:खास बात यह है कि उत्कृष्ट स्कूल में मंत्रियों से लेकर नौकरशाहों की सिफारिशें सिर्फ प्रवेश के लिए आती हैं। इस बार घोषित हुए दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 230 में से 227 छात्रों के 75 फ़ीसदी से ज्यादा अंक आए हैं जबकि 3 छात्रों के अंक 58 और 59 फ़ीसदी रहे हैं ।सरकारी स्कूल के पढ़ाई के स्तर को देखते हुए प्राचार्य को हाल ही में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रमुख सचिव ने भोपाल बुलाकर सम्मानित किया। इस उमस भरी भीषण गर्मी में वातानुकूलित माहौल में पढ़ना बच्चों के लिए किसी सुखद अनुभव से कम नहीं है टीचर भी अब स्कूल में मन लगाकर पढ़ा रहे हैं। इंटर के 2 अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों का इस साल आईआईटी में चयन हुआ है जबकि दो छात्राओं का सामान्य वर्ग से नीट में दाखिला हुआ है।
बाइट अनुष्का शर्मा छात्रा
बाइट अमित रजक छात्र शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मुरार
बाइट जेपी मौर्य... प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरार ग्वालियर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.