ग्वालियर। साल 2006 में पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए ग्वालियर से पकड़ा गया जासूस अब्बास अली खान अब 15 सालों के बाद अपने वतन यानी की पाकिस्तान लौटेगा. सजा पूरी होने के बाद ग्वालियर पुलिस गुरुवार को उसे अटारी बॉर्डर छोड़ने के लिए अपने साथ लेकर रवाना हुई.
अब्बास अली खान को भारी सुरक्षा के बीच अटारी बॉर्डर ले जाया जा रहा है. अटारी बॉर्डर पर ग्वालियर पुलिस अब्बास अली को सुरक्षा प्रमुख के सुपुर्द करेगी. इसके बाद उसे पाकिस्तान भेजा जाएगा. अब्बास को 28 अगस्त को पाकिस्तान भेजा जाएगा.
जासूसी के आरोप में ग्वालियर पुलिस ने पकड़ा था
बता दें 13 मार्च 2006 को इंदरगंज पुलिस ने पाकिस्तान के रहीमयार में रहने वाले अब्बास अली खान को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नई सड़क से पकड़ा था. वह यहां माधोसिंह निवासी बुलंदशहर बनकर रह रहा था. उसके पास से सैन्य ठिकानों के नक्शे, फर्जी वोटर कार्ड, सिम कार्ड सहित 58 दस्तावेज बरामद हुए थे. उसके बाद कोर्ट ने इसे 14 साल की सजा सुनाई थी. अब्बास की 14 साल की सजा 26 मार्च 2020 को पूरी हो चुकी है. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण उसे रिहा नहीं किया गया था.
पाकिस्तान के रहीमयार के निवासी अब्बास अली को इंदरगंज पुलिस ने 13 मार्च 2006 को गिरफ्तार किया था. ट्रायल के बाद कोर्ट ने उसे 14 साल की सजा सुनाई थी. रिहाई के बाद पुलिस की टीम अब्बास को अटारी बॉर्डर ले जाने के लिए निकल गई है, 28 अगस्त को उसे पाकिस्तान के हवाले किया जाएगा.
मनोज साहू, अधीक्षक, सेंट्रल जेल, ग्वालियर