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बारिश से तालाब और बांध हुए लबालब, एक हफ्ते के अंदर मानसून ले सकता है विदाई

इस बार के मानसून ने पूर्व अनुमानों को ध्वस्त करते हुए बारिश के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. इस बार की बारिश से किसानों और लोगों को राहत मिली है. तो वहीं कुछ जगह पर भारी बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है.

ग्वालियर में बारिश ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
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Published : Oct 5, 2019, 3:18 PM IST

Updated : Oct 5, 2019, 3:33 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर अंचल में कई सालों बाद मेहरबान हुए मौसम ने लोगों को बड़ी राहत दी है. 5 साल में यह पहला मौका है जब जिले के सभी बांध और तालाब लगभग भर चुके हैं. मानसून की विधिवत विदाई भी हो चुकी है. वहीं ग्वालियर में बारिश का आंकड़ा 993 मिली मीटर के करीब पहुंच गया है.

बारिश से तालाब और बांध हुए लबालब

इस बार के मानसून ने पूर्व अनुमानों को ध्वस्त करते हुए बारिश के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस बार की बारिश से किसानों और लोगों को राहत मिली है. तो वहीं कुछ जगह पर भारी बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है.

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून की विदाई 30 सितंबर को मानी जाती है लेकिन इस बार 10 अक्टूबर तक बारिश के आसार हैं. इस बार की बारिश ने पिछले सारे रिकार्डों को पछाड़ दिया है.

बारिश के कारण जिले के सभी बांध और नदी के स्तर खतरे के निशान पर है. इस कारण आने वाले 1 साल तक शहर के लोगों को पानी की समस्या से नहीं जूझना होगा . प्रशासन ने अच्छी बारिश होने के चलते नलकूप खनन पर लगी रोक भी हटाने का फैसला लिया है.

ग्वालियर। ग्वालियर अंचल में कई सालों बाद मेहरबान हुए मौसम ने लोगों को बड़ी राहत दी है. 5 साल में यह पहला मौका है जब जिले के सभी बांध और तालाब लगभग भर चुके हैं. मानसून की विधिवत विदाई भी हो चुकी है. वहीं ग्वालियर में बारिश का आंकड़ा 993 मिली मीटर के करीब पहुंच गया है.

बारिश से तालाब और बांध हुए लबालब

इस बार के मानसून ने पूर्व अनुमानों को ध्वस्त करते हुए बारिश के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस बार की बारिश से किसानों और लोगों को राहत मिली है. तो वहीं कुछ जगह पर भारी बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है.

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून की विदाई 30 सितंबर को मानी जाती है लेकिन इस बार 10 अक्टूबर तक बारिश के आसार हैं. इस बार की बारिश ने पिछले सारे रिकार्डों को पछाड़ दिया है.

बारिश के कारण जिले के सभी बांध और नदी के स्तर खतरे के निशान पर है. इस कारण आने वाले 1 साल तक शहर के लोगों को पानी की समस्या से नहीं जूझना होगा . प्रशासन ने अच्छी बारिश होने के चलते नलकूप खनन पर लगी रोक भी हटाने का फैसला लिया है.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर अंचल में कई सालों बाद मेहरबान हुए भगवान इंद्र ने लोगों को बड़ी राहत दी है। 5 साल में यह पहला मौका है जब जिले के सभी बांध और तालाब लगभग भर चुके हैं मानसून की विधिवत विदाई भी हो चुकी है बारिस का आंकड़ा 993 मिली मीटर के आसपास पहुंच गया है।


Body:तमाम पूर्व अनुमानों को ध्वस्त करते हुए बारिश ने इस बार सभी जगह लोगों को राहत दी है तो कुछ जगह अत्यधिक बारिश से लोगों को बड़ी परेशानी भी झेलना पड़ी है। वैसे मानसून की विदाई 30 सितंबर को मानी जाती है लेकिन इस बार 2 अक्टूबर तक पानी गिरने से कई सालों का रिकॉर्ड टूटा है। रिकार्ड यह भी है कि पिछले 5 सालों में बारिश का आंकड़ा 993 मिली मीटर को पार नहीं किया था। मानसून की औपचारिक विदाई यानी 30 सितंबर तक नौ सौ एक मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी थी। खास बात यह भी है कि इस बात किसान बारिश के थमने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे।


Conclusion:बारिश के कारण जिले के सभी बांध और नदी के स्तर बढ़े हुए हैं और लगभग पूरे भर चुके हैं। इस कारण आने वाले 1 साल तक शहर के लोगों को पानी की समस्या से नहीं जूझना होगा प्रशासन ने अच्छी बारिश होने के चलते नलकूप खनन पर लगी रोक भी हटा दी है।
बाइट अजीत कुमार... मौसम विज्ञानी मौसम विज्ञान केंद्र ग्वालियर
Last Updated : Oct 5, 2019, 3:33 PM IST
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