ग्वालियर। मंगलवार को हिंदू महासभा द्वारा संभाग आयुक्त कार्यालय का घेराव किया गया था. इस घेराव का असर यह हुआ कि बुधवार दोपहर को नगर निगम का अमला श्रद्धा पर्वत पर पहुंचा और वहां एक पेड़ के नीचे रखी प्रतिमाओं के पुनर्स्थापन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी. शहर की सड़कों के सौंदर्यीकरण और चौड़ीकरण के दौरान बीच में आए छोटे-छोटे मंदिरों को तोड़ने के बाद इन मूर्तियों को यहां लाया गया था.
नगर निगम ने सालों पहले हटवाई थी प्रतिमाएं
दरअसल शहर के करीब 200 छोटे-बड़े मंदिरों से प्रतिमाओं को हटाया गया था और उन्हें झांसी रोड थाने के पीछे बने श्रद्धा पर्वत पर इस मकसद से रखवाया गया था कि वहां एक मंदिर बनाकर सभी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी. लेकिन 8 सालों तक नगर निगम प्रशासन सोता रहा, आखिरकार हिंदू महासभा ने प्रतिमाओं का मुद्दा जोर-शोर से उठाया, उन्होंने पिछले दिनों ही नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा को ज्ञापन सौंपा था और मंगलवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में घेराव किया था. घेराव के दौरान अफसरों ने उन्हें आश्वस्त किया था कि बुधवार से इन प्रतिमाओं के लिए प्राण प्रतिष्ठा का काम शुरू कराया गया.
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नगर निगम के अफसर उपायुक्त आरके श्रीवास्तव यहां पहुंचे और उन्होंने प्रतिमाओं को सहेजने का काम शुरू किया. करीब 137 प्रतिमाएं खंडित हो चुकी है. हिंदू महासभा राजस्थान के सोरों स्थित गंगा जी में प्रवाहित करेगी. शेष प्रतिमाओं को एक मंदिर बनाकर उन्हें पुनर्स्थापित किया जाएगा.
हिंदू महासभा ने नगर निगम प्रशासन का धन्यवाद जताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार और प्रशासन चाहता तो काफी पहले इन प्रतिमाओं के लिए मंदिर बनवा सकता था लेकिन इतने सालों में कई मूर्तियां खंडित हो गई. अब उन्हें विसर्जित किया जाएगा और सही सलामत प्रतिमाओं को मंदिर में स्थापित कराया जाएगा.