ग्वालियर। शहर में यातायात पुलिस हेलमेट नहीं पहनने वाले वाहन चालकों को चालान की जगह हेलमेट नहीं खरीदवा पाएगी. क्योंकि पुलिस अफसरों में इस मामले में सांसद की सलाह पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. पुलिस को आशंका है कि ऐसा करने से लोग बिना वजह पुलिस को टारगेट करने लग जाएंगे. ऐसे में पुलिस कई जगह बंटने की स्थिति में आ जाएगी. इसलिए फिलहाल चालान की कार्रवाई पहले की तरह ही ग्वालियर में जारी रहेगी.
सड़क सुरक्षा योजना समिति की बैठक में बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने यातायात पुलिस और अफसरों को सलाह दी थी कि वह दो पहिया वाहन चालकों का हेलमेट नहीं पहनने की स्थिति में चालान काटने की बजाय उन्हीं पैसों से हेलमेट खरीद कर दिलवा दें. क्योंकि दक्षिण के कई शहरों में यातायात पुलिस ने इस इस तरह के प्रयोग किए हैं. हेलमेट होने पर लोगों को उन्हें पहनना मजबूरी भी हो जाएगी और उनका चालान भी भविष्य में नहीं कटेगा.
पुलिस अधीक्षक और ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों में इसमें अपनी आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि ऐसा करने पर पुलिस को लोग टारगेट करेंगे और हेलमेट की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाने लगेंगे क्योंकि हेलमेट नहीं पहनने पर ढाई सौ रुपए का चालान बनता है. आईएस आईमार्क का कोई भी हेलमेट इतने पैसों में आता नहीं है. पुलिस स्टाफ की कमी चेकिंग प्वाइंट पर हेलमेट की दुकान नहीं होना भी बड़ी समस्या है.