ETV Bharat / state

नकली शराब बनाने के लिए जहरीले केमिकलों की सप्लाई, ग्वालियर में अलर्ट पर पुलिस

ग्वालियर चंबल अंचल में नकली शराब बनाने के लिए जहरीले केमिकलों की सप्लाई हो रही, जिसको लेकर पुलिस अलर्ट पर है. एसपी अमित सांघी ने बताया कि जगह जगह कार्रवाई की जा रही है, जहां नकली शराब बनाने का काम किया जा रहा है.

SP Amit Sanghi
एसपी अमित सांघी
author img

By

Published : Jan 28, 2021, 8:33 AM IST

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल में जहरीली और नकली शराब का कारोबार लगातार जोर पकड़ रहा है. फैक्ट्री से शराब बनाने का केमिकल टेंकरो से रवाना होता है. उनके ड्राइवर हाईवे के ढाबों पर रोककर माफियाओं को ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल) बेच देते हैं. जिसके बाद ग्वालियर चंबल अंचल के सभी पुलिस अधीक्षकों ने अलर्ट जारी किया है. क्योंकि अभी तक जांच में पाया गया है कि जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें शराब की जगह जहरीले केमिकल मिथाइल अल्कोहल था. मतलब अगर ग्वालियर चंबल अंचल में प्रशासन और पुलिस ओपी और केमिकल को रोकने में सफल हुई तो कुछ हद तक जहरीली और नकली शराब को कम किया जा सकता है.

अलर्ट पर पुलिस

मुरैना जहरीली शराब कांड के बादल ग्वालियर चंबल अंचल की शराब फैक्ट्रियों पर जांच अधिकारियों की नजर है. ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल) को चोरी छिपे इन फैक्ट्रियों से भेजा जा रहा है. जिसके जरिए शराब माफिया जहरीली शराब बना रहे हैं. फिर भी पुलिस प्रशासन या आबकारी विभाग ने इसपर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं.

ग्वालियर मुरैना में पकड़ी गई हजारों लीटर ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल)

  • 20 दिसंबर की रात नूराबाद पुलिस ने सांक नदी के पुल पर लोडिंग वाहन से 3 ड्रम और एक कार से 2 कैन सहित 1300 लीटर ओपी जब्त की.
  • आरोपियों ने कबूला की रायरू डिस्टलरी से निकले टैंकरों से खरीदा है.
  • इससे मुरैना जौरा के ग्रामीण इलाकों में नकली शराब बनी.
  • 7 दिन पहले रायरू डिस्टलरी से 30 हजार लीटर ओपी से भरा एक टैंकर भीलवाड़ा राजस्थान पर रवाना हुआ था.
  • रायरू से करीब 50 किलोमीटर दूर मोहना के पास एक ढाबे पर टैंकर रुका वहां ढाई लाख लीटर रूपी निकाली गई। खबर पुलिस तक पहुंची तो आरोपियों को पकड़ा गया
  • रायरू डिस्टलरी से रवाना होने वाली टैंकरों से अवैध रूप से निकाले जाने वाला ओपी नकली शराब बनाने वाली तस्करों तक पहुंचाता है.
  • एक लीटर ओपी से लगभग 2 पेटी शराब बनती है.
  • नकली शराब बनाने वाली इसमें अन्य घातक केमिकल मिलाकर नकली दूध की तरह कई गुना शराब बना देते हैं.
  • यही शराब कभी-कभी जहरीली बन जाती है और मुरैना जैसे कांड हो जाते हैं.

ओपी केमिकल पर अंकुश लगाने की कोशिश

वही अब जिले के एसपी कह रहे हैं कि ओपी केमिकल पर अंकुश लग जाएगा तो नकली शराब का कारोबार भी काफी हद तक रुक जाएगा. साथ ही उनके द्वारा कई बार कार्रवाई की गई है, लेकिन अब फिर से ओपी और केमिकल्स को लेकर जिले के सभी थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है. जहरीली शराब पीने से गंभीर अवस्था में यह सभी मरीज ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल पहुंचे थे. जिसमें यह माना गया है कि शराब में केमिकल की मात्रा ज्यादा होने से ये मौतें हुई है. जहरीली शराब में मिथाइल अल्कोहल होगा. मिथाइल अल्कोहल से आंखों की रोशनी जाती है. ज्यादा मात्रा में होने से हाइट और किडनी पर असर करता है. जिससे जान भी चली जाती है. साथ ही स्प्रिंट एक एल्कोहल है, जिसमें मिथाइल और इथाइल होती है. इथाइल पीने के लिए होती है और मिथाइल जहरीली होती है.

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल में जहरीली और नकली शराब का कारोबार लगातार जोर पकड़ रहा है. फैक्ट्री से शराब बनाने का केमिकल टेंकरो से रवाना होता है. उनके ड्राइवर हाईवे के ढाबों पर रोककर माफियाओं को ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल) बेच देते हैं. जिसके बाद ग्वालियर चंबल अंचल के सभी पुलिस अधीक्षकों ने अलर्ट जारी किया है. क्योंकि अभी तक जांच में पाया गया है कि जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें शराब की जगह जहरीले केमिकल मिथाइल अल्कोहल था. मतलब अगर ग्वालियर चंबल अंचल में प्रशासन और पुलिस ओपी और केमिकल को रोकने में सफल हुई तो कुछ हद तक जहरीली और नकली शराब को कम किया जा सकता है.

अलर्ट पर पुलिस

मुरैना जहरीली शराब कांड के बादल ग्वालियर चंबल अंचल की शराब फैक्ट्रियों पर जांच अधिकारियों की नजर है. ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल) को चोरी छिपे इन फैक्ट्रियों से भेजा जा रहा है. जिसके जरिए शराब माफिया जहरीली शराब बना रहे हैं. फिर भी पुलिस प्रशासन या आबकारी विभाग ने इसपर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं.

ग्वालियर मुरैना में पकड़ी गई हजारों लीटर ओपी (ओवर प्रूफ केमिकल)

  • 20 दिसंबर की रात नूराबाद पुलिस ने सांक नदी के पुल पर लोडिंग वाहन से 3 ड्रम और एक कार से 2 कैन सहित 1300 लीटर ओपी जब्त की.
  • आरोपियों ने कबूला की रायरू डिस्टलरी से निकले टैंकरों से खरीदा है.
  • इससे मुरैना जौरा के ग्रामीण इलाकों में नकली शराब बनी.
  • 7 दिन पहले रायरू डिस्टलरी से 30 हजार लीटर ओपी से भरा एक टैंकर भीलवाड़ा राजस्थान पर रवाना हुआ था.
  • रायरू से करीब 50 किलोमीटर दूर मोहना के पास एक ढाबे पर टैंकर रुका वहां ढाई लाख लीटर रूपी निकाली गई। खबर पुलिस तक पहुंची तो आरोपियों को पकड़ा गया
  • रायरू डिस्टलरी से रवाना होने वाली टैंकरों से अवैध रूप से निकाले जाने वाला ओपी नकली शराब बनाने वाली तस्करों तक पहुंचाता है.
  • एक लीटर ओपी से लगभग 2 पेटी शराब बनती है.
  • नकली शराब बनाने वाली इसमें अन्य घातक केमिकल मिलाकर नकली दूध की तरह कई गुना शराब बना देते हैं.
  • यही शराब कभी-कभी जहरीली बन जाती है और मुरैना जैसे कांड हो जाते हैं.

ओपी केमिकल पर अंकुश लगाने की कोशिश

वही अब जिले के एसपी कह रहे हैं कि ओपी केमिकल पर अंकुश लग जाएगा तो नकली शराब का कारोबार भी काफी हद तक रुक जाएगा. साथ ही उनके द्वारा कई बार कार्रवाई की गई है, लेकिन अब फिर से ओपी और केमिकल्स को लेकर जिले के सभी थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है. जहरीली शराब पीने से गंभीर अवस्था में यह सभी मरीज ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल पहुंचे थे. जिसमें यह माना गया है कि शराब में केमिकल की मात्रा ज्यादा होने से ये मौतें हुई है. जहरीली शराब में मिथाइल अल्कोहल होगा. मिथाइल अल्कोहल से आंखों की रोशनी जाती है. ज्यादा मात्रा में होने से हाइट और किडनी पर असर करता है. जिससे जान भी चली जाती है. साथ ही स्प्रिंट एक एल्कोहल है, जिसमें मिथाइल और इथाइल होती है. इथाइल पीने के लिए होती है और मिथाइल जहरीली होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.