ग्वालियर। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के रोकने के लिए जिला प्रशासन ने लॉक डाउन करने का फैसला लिया, लेकिन लोग प्रशासन का सहयोग नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते कई इलाकों में पुलिस और लोगों के बीच विवाद भी देखने को मिला है. हालांकि पूरे मध्यप्रदेश में धारा- 144 लागू कर दी गई है. एक साथ चार से अधिक लोगों के निकलने पर भी रोक है. कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी दिए गए हैं.
जनता कर्फ्यू के बाद भी ग्वालियर में मंगलवार तक लॉकडाउन रहेगा. बावजूद इसके लोग बाहर निकलकर कोरोना को निमंत्रण दे रहे हैं. एसडीएम और पुलिस ने जगह- जहग निगरानी के पॉइंट लगाए हुए हैं, जिसके बाद भी लोग कोई ना कोई बहाना बनाकर निकल रहे हैं. वहीं कई लोग पुलिस से उलझते हुए नजर आ रहे हैं, तो किसी ने अपनी गलती मान कर उठक बैठक भी लगाई है.
एक ओर मीडिया और प्रशासन लोगों को जागरुक करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आम जनता उतनी ही लापरवाही करती नजर आ रही है. ग्वालियर की सड़कों पर आम जनता अपनी मर्जी की मालिक बन गई है और ना ही कोई प्रशासन की बात मानने के लिए तैयार है.
शहर की सड़कों पर अगर यही आलम रहा, तो संक्रमण फैलने में समय नहीं लगेगा. एक बार कोरोना ने शहर में दस्तक दे दी तो इटली और चीन जैसे हालात पैदा हो जाएंगे. शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाते और विवाद करते इन लोगों को शायद ये बात समझ में नहीं आ रही है कि, कोरोना लाइलाज बीमारी है.