ग्वालियर। पिछले एक पखवाड़े से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. पहले तो दाल ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया था. अब मौसमी सब्जियां भी बेहद महंगी हो चुकी हैं. पिछले एक महीन में ही सब्जियों के दाम चार गुना तक बढ़ गए हैं.
बारिश का मौसम शुरू होते ही बाहर से आने वाली सब्जियों की आमद पर असर पड़ा है. इसका विपरीत प्रभाव बाजार में देखने को मिल रहा है. जो सीजनल सब्जी तोरई, भिंडी, लौकी 10 रुपए से लेकर 15 रुपए प्रति किलो तक आसानी से मिल रही थी. अब वह 60 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है.
जबकि टमाटर के भाव 20 प्रति किलो से बढ़कर 60 रुपए प्रति किलो तक हो गए हैं. गनीमत यह है कि आलू और प्याज के दाम दूसरी सब्जियों के मुकाबले ज्यादा नहीं बढ़े हैं. इससे आम आदमी को थोड़ी बहुत राहत जरूर है. सावन का महीना आने से सब्जियां अक्सर महंगी होती रही है. लेकिन इस बार सब्जियों ने कहीं ज्यादा उछाल मारी है. सब्जी विक्रेताओं की हालत यह है, कि उनके पास ग्राहक आ ही नहीं रहे हैं. वहीं इसका सबसे ज्यादा असर मजदूर वर्ग पर पड़ा है. दालों के बाद अब सब्जियों ने उसकी थाली को बेहद महंगा कर दिया है.