ग्वालियर। एक फरवरी को केंद्र सरकार का बजट पेश होने वाला है और इस बजट से आम लोगों के साथ-साथ देश के युवाओं को काफी उम्मीदें हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत में युवाओं के साथ चौपाल आयोजित की. इस चौपाल के जरिए हमने युवाओं से जाना कि वह इस बजट के बारे में क्या सोचते हैं और युवाओं के लिए इस बजट में क्या होना चाहिए.
ईटीवी भारत की चौपाल में युवाओं ने कहा कि आने वाले बजट से युवाओं को काफी उम्मीद है, लेकिन सरकार उनके लिए कुछ राहत भरे पैकेज लेकर आएगी. क्योंकि कोरोना महामारी के चलते देश में बेरोजगारी की सबसे ज्यादा समस्या हो चुकी है. कोरोना महामारी के कारण सबसे ज्यादा युवा नौकरी गंवा चुके हैं. इसलिए अगर देश में सबसे ज्यादा संकट है, तो वह युवा वर्ग है. ऐसे में केंद्र सरकार का जो बजट पेश होने वाला है उससे युवाओं को काफी उम्मीद है.
विश्वविद्यालय की फीस कम करने की मांग
ईटीवी भारत की चौपाल में युवाओं ने कहा कि केंद्र सरकार को इस बजट में सबसे ज्यादा युवाओं के रोजगार पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इस महामारी में सबसे ज्यादा बेरोजगार युवा हो चुका है. पहले से भी रोजगार न होने के कारण युवा संकट में है. इसलिए इस बजट में केंद्र सरकार को रोजगार को लेकर एक विशेष पैकेज देना चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि मोदी सरकार पहले से ही युवाओं को रोजगार को लेकर बात करती रही है, लेकिन धरातल पर अभी देखने को नहीं मिला है. ऐसे में मोदी सरकार से आस है. रोजगार के साधन युवाओं को मुहैया कराये. साथ ही उनका कहना है इस बजट में छात्रों के लिए जो विश्वविद्यालय की फीस है. उसको कम किया जाए ताकि कुछ उन्हें राहत मिल सके.
बजट से युवाओं की उम्मीद
युवाओं का कहना है किस बजट के साथ-साथ रेल बजट भी पेश होने वाला है. ऐसे में केंद्र सरकार को रेलवे की भर्ती निकालना चाहिए. ताकि इन युवाओं को रोजगार मिल सके. साथ ही अन्य ऐसे कई जवाब हैं, जिनमें सालों से भर्ती नहीं निकली है. युवा हर साल इसके लिए तैयारी करता है. लेकिन नौकरी ना होने के कारण वह आगे चलकर बेरोजगार हो जाता है. ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए कि वह हर साल हर विभाग में वैकेंसी निकालें. जिससे यह जो पढ़े-लिखे युवा है उन्हें रोजगार मिल सके. युवाओं का कहना है कि केंद्र सरकार को इस बजट में युवाओं को खुद का रोजगार खोलने के लिए लोन मुहैया कराना चाहिए.
इसके लिए एकल विंडो सिस्टम लागू होना चाहिए, ताकि देश के जो युवा पढ़े-लिखे युवा हैं. वह खुद का बिजनिस शुरू कर सकें. क्योंकि इस समय बेरोजगार युवाओं को अपना खुद का बिजनेस खोलने के लिए सरकार के चक्कर काटने पड़ते हैं. ऐसे में सरकार को इस बजट में युवाओं के रोजगार के लिए एक ऋण की पैकेज की व्यवस्था होनी चाहिए.