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NGT ने माधव प्लाजा पर लगी रोक हटाई, अब हो सकेगी दुकानों की रजिस्ट्री

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Published : May 3, 2019, 2:59 PM IST

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ग्वालियर विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी परियोजना माधव प्लाजा पर लगी रोक हटा ली है. अब माधव प्लाजा की दुकानों और हॉल की रजिस्ट्री हो सकेगी.

NGT ने हटाई रोक

ग्वालियर। ग्वालियर विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी परियोजना माधव प्लाजा के खुलने का रास्ता साफ हो गया है. माधव प्लाजा को सिया यानि राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्राधिकरण से अनुमति मिल गई है. अनुमति मिलते ही अब प्राधिकरण द्वारा माधव प्लाजा की दुकानों और हॉल की रजिस्ट्री हो सकेगी.

NGT ने हटाई रोक

बता दें कि सिया द्वारा प्राधिकरण को दी गई NOC में सशर्त इस बात का उल्लेख किया गया है कि ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा 1000 वृक्षों को लगाना होगा. जिनमें से 600 वृक्ष अभी तक प्राधिकरण द्वारा शताब्दीपुरम साइट पर लगाए जा चुके हैं, जबकि बाकी वृक्ष अभी लगाने बाकी हैं. ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने शहर के जिंसी नाले के पास लगभग 84 करोड़ रुपए खर्च कर 2013-14 में माधव प्लाजा बनाया था, लेकिन इसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इसकी रजिस्ट्रियों पर रोक लगा दी थी.

ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अधीक्षण यंत्री यूएस मिश्रा ने बताया कि सिया की बैठक में माधव प्लाजा को अनुमति मिल चुकी है. इसकी जानकारी सिया की वेबसाइट पर अपलोड हो चुकी है, जिसके चलते अब माधव प्लाजा की दुकानों की रजिस्ट्रियां हो सकेंगी.

ग्वालियर। ग्वालियर विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी परियोजना माधव प्लाजा के खुलने का रास्ता साफ हो गया है. माधव प्लाजा को सिया यानि राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्राधिकरण से अनुमति मिल गई है. अनुमति मिलते ही अब प्राधिकरण द्वारा माधव प्लाजा की दुकानों और हॉल की रजिस्ट्री हो सकेगी.

NGT ने हटाई रोक

बता दें कि सिया द्वारा प्राधिकरण को दी गई NOC में सशर्त इस बात का उल्लेख किया गया है कि ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा 1000 वृक्षों को लगाना होगा. जिनमें से 600 वृक्ष अभी तक प्राधिकरण द्वारा शताब्दीपुरम साइट पर लगाए जा चुके हैं, जबकि बाकी वृक्ष अभी लगाने बाकी हैं. ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने शहर के जिंसी नाले के पास लगभग 84 करोड़ रुपए खर्च कर 2013-14 में माधव प्लाजा बनाया था, लेकिन इसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इसकी रजिस्ट्रियों पर रोक लगा दी थी.

ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अधीक्षण यंत्री यूएस मिश्रा ने बताया कि सिया की बैठक में माधव प्लाजा को अनुमति मिल चुकी है. इसकी जानकारी सिया की वेबसाइट पर अपलोड हो चुकी है, जिसके चलते अब माधव प्लाजा की दुकानों की रजिस्ट्रियां हो सकेंगी.

Intro:एंकर-- ग्वालियर विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी परियोजना माधव प्लाजा के खुलने का रास्ता साफ हो गया है माधव प्लाजा को सिया यानी कि राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्राधिकरण अनुमति मिल गई है अनुमति मिलते ही अब प्राधिकरण द्वारा माधव प्लाजा की दुकानों वह हॉल की रजिस्ट्री हो सकेंगी।


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वीओ-- आपको बता दें कि सिया द्वारा प्राधिकरण को दी गई एनओसी मैं शशर्त बात का उल्लेख किया गया है कि ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा 1000 वृक्षों को लगाना होगा जिनमें से 600 वृक्ष अभी तक प्राधिकरण द्वारा शताब्दीपुरम साइड पर लगाए जा चुके हैं वहीं शेष वृक्ष अभी लगाना बाकी है। ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने शहर के जिंसी नाले के पास लगभग 84 करोड से अधिक खर्च कर 2013-14 में माधव प्लाजा बनाया था लेकिन इसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इसकी रजिस्ट्रियों पर रोक लगा दी थी इसके कारण ग्वालियर विकास प्राधिकरण उसकी रजिस्ट्रीयां हितग्राहियों को नहीं कर पाया ,जबकि प्राधिकरण इसकी 70 फ़ीसदी से अधिक दुकाने हितग्राहियों से बेचने का एग्रीमेंट कर पूरे पैसे भी ले चुका था । माधव प्लाजा के अंदर 576 दुकाने बनाई गई है इसमें से प्रथम तल पर 165, द्वितीय तल पर 165 एवं तीसरे तल पर 75 दुकानें बनी हुई है इसके साथ ही यहां पर तो बड़े हॉल भी हैं। ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अधीक्षण यंत्री यूएस मिश्रा द्वारा बताया गया है कि सिया की बैठक में माधव प्लाजा की अनुमति मिल चुकी है इसके मिनिट्स भी सिया की वेबसाइट पर अपलोड हो चुकी है, जिसके चलते अब माधव प्लाजा की दुकानों की रजिस्ट्रीयां हो सकेंगी।Conclusion:बाइट--यू एस मिश्रा--अधीक्षक यंत्री, ग्वालियर विकास प्राधिकरण
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