ग्वालियर। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा फिर सुर्खियों में आ गया है. बीजेपी लगातार कांग्रेस पर सवाल उठा रही है कि अभी तक कांग्रेस ने राम मंदिर क्यों नहीं बनवाया. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा है कि "राम हमारे आराध्य देव हैं और सीने पर गोली खाने वाले हमारे राष्ट्रपति महात्मा गांधी हैं, उनके मुंह से अंतिम समय में "हे राम" ही निकला था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज जो राम मंदिर बनना है, वह कोर्ट के आदेश पर बन रहा है. जिसका श्रेय मोदी और अमित शाह ले रहे हैं."
कांग्रेस राम का नाम लेकर मुद्दों से नहीं भटकाती: पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि "हम मर्यादा पुरुषोत्तम राम हनुमान जी को पूजते हैं, लेकिन हम भगवान के नाम पर लोगों को मुद्दे से भटकाते नहीं हैं. भ्रष्टाचार को लेकर कोई बातचीत नहीं कर रहा है, बल्कि बीजेपी देश की जनता को मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश में परिवहन चेक पोस्टों से पैसे वसूलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि "आज ग्वालियर में अमित शाह आ रहे हैं और उन्हें पूछना चाहिए कि जो नितिन गडकरी ने पत्र लिखा था, जिसमें साढ़े 400 करोड़ रुपए हर महीने मध्य प्रदेश में वसूले जाते हैं, क्या आप भी यहां पर वसूली करने के लिए आए हैं.
गृह मंत्री को भी पता कि एमपी बीजेपी का जहाज डूब रहा: वहीं सोमवार को ग्वालियर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि "अमित शाह को कोर्ट ने 'तड़ीपार' कहा था, लेकिन वह सब हमारी संस्कृति में नहीं है, लेकिन हम यह जरूर कहेंगे कि वह मध्य प्रदेश में बागियों को नहीं माना पा रहे हैं. आज भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में पूरी तरह से टूट गई है. इसलिए आज तक उन्होंने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है. बीजेपी बताए क्या मध्यप्रदेश में अमित शाह और पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे खास बात यह है कि डूबते हैं तो पूरी तरह डूबते है, और एमपी में अपना डूबता जहाज दिखाई दे रहा है. यही कारण है कि मध्य प्रदेश में अभी तक इन्होंने कोई मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है. इसलिए आज अमित शाह ग्वालियर में इस पर मंथन करेंगे कि बीजेपी को किस तरह डुबाना है, यह कहावत है कि हम तो डूबेंगे ही सनम, सब कुछ समझाने यही आए हैं.