ग्वालियर। शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क में गुमशुदा दो टाइगर की खोज के लिए पार्क प्रबंधन दिन रात एक किए हुए है.लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिल पाई है. ये दोनों टाइगर पिछले दो माह से वन कर्मचारियों पर भारी पड़ रहे हैं. अब इनकी तलाश के लिए जंगल में हाथियों को लगाया जा रहा है.
क्यों नहीं मिल रही टाइगर की लोकेशन: शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में लाए गए 3 टाइगरों में से 2 टाइगर की कॉलर आईडी पिछले दो महीने से खराब है. जिनमें एक मादा और एक नर टाइगर है. कॉलर आईडी खराब होने से इन दोनों की सटीक लोकेशन पार्क प्रबंधन को नहीं मिल पा रही है. पिछले 2 महीने से पार्क प्रबंधन लगातार इन दोनों गुमशुदा टाइगरों की खोज करने में जुटा है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है. बताया जा रहा है कि वह हर बार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं.
हाथियों की ली जाएगी मदद: माधव नेशनल पार्क 375 वर्ग किलोमीटर में फैला है.दोनों टाइगर जंगल में ही घूम रहे हैं. ऐसे में पार्क प्रबंधन के लिए उनको तलाशना काफी मुश्किल है .अब गुमशुदा टाइगर की खोज के लिए कूनो अभ्यारण से हाथी मंगाये जा रहे हैं. इसके साथ ही ड्रोन कैमरे से भी सर्चिंग की जाएगी. यह वही टाइगर हैं जिन्हें मार्च में बांधवगढ़ और सतपुड़ा से नेशनल पार्क के जंगल में छोड़ा गया था.
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क्या कहना है पार्क प्रबंधन का: माधव नेशनल पार्क की डिप्टी डायरेक्टर प्रतिभा अहिरवार ने बताया कि एक नर और एक मादा की कॉलर आईडी खराब हो गई है. नर और मादा टाइगर की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो रही है लेकिन उनके लगातार जगह बदलने के कारण उन्हें पकड़ा नहीं जा पा रहा है.ऐसे में उन्हें तलाशने के लिए कूनों से हाथी मंगाए जा रहे हैं.माधव नेशनल पार्क में 26 साल बाद 10 मार्च 2023 को बांधवगढ़ और सतपुड़ा से तीन टाइगरों को माधव नेशनल पार्क में छोड़ा गया था.