ग्वालियर। ग्वालियर चंबल संभाग में पड़ रही शीत लहर के कारण आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. हालात यह है कि न केवल आम लोग बल्कि जानवरों और पक्षियों का भी हाल बुरा होने लगा है. इसी के चलते ग्वालियर चिड़ियाघर ने सर्दी से बचाव करने के लिए वहां रहने वाले पशु पक्षियों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. इसके साथ ही खान-पान में भी बदलाव किया गया है. ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में रहने वाले जानवरों के लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ने उनके पिंजरों को परदों से ढक कर रखा है. साथ ही पिंजरों में हीटर और अधिक ऊर्जा देने वाले बल्ब भी लगाए गए हैं. जो जानवर खुले में रहते हैं, जैसे हिरन आदि उनके बेड़े में शाम से अलाव की व्यवस्था भी की गई है. व इनके नाइट हाउस में जमीन पर सुखी घास डाली गई है, जिससे सतह गर्म रहे.
शेर के पिंजरे में लगाए गए हीटर: वहीं बात अगर खानपान की करें तो सभी जानवरों को इस मौसम में मैथी, हरा लहसुन, गुड़ और बरसीम खाने के लिए दिया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हें भोजन में मौसमी सब्जियां और फ्रूट्स भी खिलाए जा रहे हैं. जानवरों के राजा कहे जाने वाले शेर के पिंजरे में टेंपरेचर मेंटेन करने के लिए 5 से 10 हीटर लगाए गए हैं. साथ ही उन्हें अब सातों दिन भोजन दिया जा रहा है, जबकि गर्मियों में शुक्रवार को इनको भोजन नहीं दिया जाता है.
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पक्षी और जानवरों को बचाने किए गए विशेष इंतजाम: ग्वालियर चिड़ियाघर के डॉक्टर उपेंद्र यादव का कहना है कि चिड़ियाघर में अलग-अलग प्रजाति के पशु-पक्षी और जानवर हैं, जिनको अलग-अलग टेंपरेचर पर रहने की आदत है. इसलिए उनके हिसाब से पिजरों और उनके बाड़ों में इंतजाम किए गए हैं. गौरतलब है कि इस समय अंचल में पिछले चार दिनों से शीत लहर का प्रकोप है. इस कारण अंचल में हाड़ कपा देने वाली ठंड पड़ रही है. इस ठंड के कारण आम लोगों के साथ-साथ जानवरों पर बुरा असर पड़ रहा है. यही कारण है कि चिड़िया घर में ठंड से बचने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.