ग्वालियर। मध्यप्रदेश में 1 मार्च से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली है. 1 मार्च से शुरू होकर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 31 मार्च तक चलेंगी, इसके लिए विशेष रुप से तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. खास बात यह है कि बोर्ड की तरफ से नकलचियों पर लगाम लगाने के लिए चंबल में विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिसमें परीक्षा के दौरान परीक्षा सेंटर पर एक विशेष टीम रहेगी जो परीक्षा के समय मॉनिटरिंग करेगी कि कहीं नकल तो नहीं हो रही है.
नकलचियों पर लगाम लगाने को तैयार प्रशासन: गौरतलब है कि ग्वालियर-चंबल अंचल में बोर्ड परीक्षा में नकल के लिए जाना जाता है, हालांकि अब प्रशासन की तरफ से एक-एक कर परीक्षाओं में लगातार लगाम लगती जा रही है बाबजूद इसके कुछ इलाके ऐसे हैं जहां नकलची और नकल कराने वाले माफिया सक्रिय हैं. फिलहाल इसी को लेकर अबकी बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इंतजाम किए हैं कि जहां पर अत्यंत संवेदनशील परीक्षा सेंटरर्स पर रिटायर्ड प्रोफेसर या शिक्षकों को प्रतिनिधि के रूप में तैनात किया जाएगा. ये प्रतिनिधि परीक्षा के दौरान वहां पर नकल की निगरानी करेंगे और उन सेंटर्स पर तैनात रहेंगे जो सेंटर नकल के लिए बदनाम है या अतिसंवेदनशील और संवेदनशील हैं.
परीक्षार्थियों के लिए हैं विशेष इंतजाम: शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक दीपक कुमार पांडे का कहना है कि "अबकी बार ग्वालियर-चंबल संभाग में दसवीं के छात्र 1,46,855 परीक्षार्थी शामिल होंगे, वहीं 12वीं के 1,27,066 परीक्षा में छात्र शामिल होंगे. 10वीं की परीक्षा के लिए 444 सेंटर बनाए गए हैं तो वहीं 12वीं के परीक्षा के लिए 430 सेंटर हैं. इन केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो. इसके अलावा नकलचियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, इसके लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे के जरिए नजर रखी जाएगी और परीक्षा केंद्रों पर जो भी जरूरी व्यवस्थाएं हैं उन पर ध्यान दिया जाएगा. कोशिश रहेगा कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना परीक्षार्थियों को ना करना पड़े."
परीक्षा केंद्रों पर है दुरुस्त व्यवस्था: दीपक कुमार ने बताया कि "इस बार ग्वालियर जिले में 52,444 छात्र परीक्षा देंगे, जिसमें 27,123 परीक्षार्थी दसवीं के और 25,321 परीक्षार्थी 12वीं के हैं. परीक्षा के लिए सभी प्राचार्यों को भी निर्देशित किया गया है कि परीक्षा केंद्रों पर सभी प्रकार की व्यवस्था को दुरुस्त रखें. परीक्षा केंद्रों पर तत्काल प्रभाव में जहां फर्नीचर नहीं है, वहां फर्नीचर की व्यवस्था कराई जाए. इसके अलावा पेयजल व टॉयलेट आदि से संबंधी व्यवस्था को व्यवस्थित जाए, जिससे किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा के दौरान परेशानी ना हो."