ETV Bharat / state

MP Assembly Election 2023: कमलनाथ के सर्वे में डेंजर जोन में ग्वालियर-चम्बल अंचल के कई विधायक, परफॉर्मेंस के आधार पर मिलेगा टिकट - पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कराया इंटरनल सर्वे

MP में इन दिनों कई कांग्रेस विधायकों की नींद उड़ी हुई है. पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 95 कांग्रेस विधायकों में से 27 विधायक रेड जोन में हैं. कमलनाथ ने साफ शब्दों में कहा है कि परफॉर्मेंस के आधार पर ही 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिलेगा. जो विधायक डेंजर जोन में है उन्हें अब दूसरे सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार है. (MP Assembly Election 2023) (congress MLA 2023 tickets given on performance)

PCC Chief Kamal Nath conducted internal survey
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कराया इंटरनल सर्वे
author img

By

Published : Sep 20, 2022, 8:03 PM IST

Updated : Sep 21, 2022, 6:53 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के विधानसभान चुनाव से पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सर्वे कराएं है. जिसमें ग्वालियर-चंबल संभाग के कई विधायक डेंजर जोन में है. कहा जा रहा है कि, इंटरनल सर्वे के नतीजे जब से लीक हुए हैं, ग्वालियर-चंबल के तमाम कांग्रेस विधायकों के चेहरों की हवाईयां उड़ गई हैं. यहां तक कि उन जिलों के प्रभारियों की भी, जिन्हें कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी जिलास्तर पर दी गयी है.

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कराया इंटरनल सर्वे

कई विधायकों पर खतरे की घंटी: ग्वालियर-चंबल में 8 जिले हैं, जिनमें विधानसभा की 34 सीटें हैं. यहां से जिसके पास जितनी ज्यादा सीटें होंगी, उसकी सत्ता तक की राह उतनी ही आसान होगी. 2018 में यहां 34 सीटों में से कांग्रेस ने 26 सीटें जीती थीं. जबकि बीजेपी को 7 सीट ही मिली थी. कमलनाथ सरकार गिरने के बाद हुए उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों में सात सीट ही कांग्रेस के खाते में पहुंची थी. लेकिन कांग्रेस इस क्षेत्र में 2018 के परिणामों को फिर से दोहराने की तैयारी में है, इसलिए सर्वे करा रही है. अब कमलनाथ का जो सर्वे हाल में हुआ है, उसमें ऐसे कई विधायक हैं जिनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं है.

MP Assembly Election 2023: शिवराज के मंत्रियों को सता रहा हार का डर! प्रभारी जिले को छोड़कर लगा रहे विधानसभा क्षेत्र के चक्कर

विधायकों को दूसरे सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार: कमलनाथ की सर्वे रिपोर्ट पर कांग्रेस के विधायक सतीश सिकरवार का कहना है कि, ऐसे सर्वे होते रहना चाहिए. जिससे विधायकों को खुद का आंकलन भी पता चलाता है. कहा जा रहा है कि, मध्य प्रदेश में हुए कांग्रेस विधायकों के सर्वे में कुल 95 कांग्रेस विधायकों में से 27 विधायक रेड जोन में बताए गए हैं. जिनमें ग्वालियर-चंबल के विधायकों की संख्या ज्यादा हैं. इन विधायकों को अब दूसरे सर्वे के नतीजे का इंतजार है, जो कुछ हफ्तों में आएंगे. वहीं बीजेपी इस सर्वे पर चुटकी ले रही है. ग्वालियर के सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है कि, 2018 में ग्वालियर-चंबल के मतदाताओं से गलती हो गयी थी, लेकिन अब नहीं होगी.

रिपोर्ट के आधार पर होगी काट छांट: पीसीसी चीफ कमलनाथ ने रेड जोन वाले विधायकों के जिलों में हाल में नियुक्त संगठन और जिला प्रभारियों की हैसियत एकदम से ताकतवर हो गई है. क्योंकि टिकट बंटवारे के वक्त इन्हीं जिलाप्रभारियों की रिपोर्ट के हिसाब से कांटछांट होगी. तो वहीं ग्वालियर-चंबल में ग्वालियर में अजय सिंह गुट के महेंद्र सिंह चौहान, तो भिंड में दिग्विजय के अनुयायी वासुदेव शर्मा को जिम्मा सौंपा गया है. बहरहाल अब देखना ये होगा, जो विधायक अभी पीसीसी चीफ की लिस्ट में डेंजर जोन में हैं, वो अपनी कैसे छवि बदलते हैं. जिससे 2023 में अपना टिकट पक्का करा सकें. (MP Assembly Election 2023) (congress MLA 2023 tickets given on performance)

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के विधानसभान चुनाव से पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सर्वे कराएं है. जिसमें ग्वालियर-चंबल संभाग के कई विधायक डेंजर जोन में है. कहा जा रहा है कि, इंटरनल सर्वे के नतीजे जब से लीक हुए हैं, ग्वालियर-चंबल के तमाम कांग्रेस विधायकों के चेहरों की हवाईयां उड़ गई हैं. यहां तक कि उन जिलों के प्रभारियों की भी, जिन्हें कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी जिलास्तर पर दी गयी है.

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कराया इंटरनल सर्वे

कई विधायकों पर खतरे की घंटी: ग्वालियर-चंबल में 8 जिले हैं, जिनमें विधानसभा की 34 सीटें हैं. यहां से जिसके पास जितनी ज्यादा सीटें होंगी, उसकी सत्ता तक की राह उतनी ही आसान होगी. 2018 में यहां 34 सीटों में से कांग्रेस ने 26 सीटें जीती थीं. जबकि बीजेपी को 7 सीट ही मिली थी. कमलनाथ सरकार गिरने के बाद हुए उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों में सात सीट ही कांग्रेस के खाते में पहुंची थी. लेकिन कांग्रेस इस क्षेत्र में 2018 के परिणामों को फिर से दोहराने की तैयारी में है, इसलिए सर्वे करा रही है. अब कमलनाथ का जो सर्वे हाल में हुआ है, उसमें ऐसे कई विधायक हैं जिनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं है.

MP Assembly Election 2023: शिवराज के मंत्रियों को सता रहा हार का डर! प्रभारी जिले को छोड़कर लगा रहे विधानसभा क्षेत्र के चक्कर

विधायकों को दूसरे सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार: कमलनाथ की सर्वे रिपोर्ट पर कांग्रेस के विधायक सतीश सिकरवार का कहना है कि, ऐसे सर्वे होते रहना चाहिए. जिससे विधायकों को खुद का आंकलन भी पता चलाता है. कहा जा रहा है कि, मध्य प्रदेश में हुए कांग्रेस विधायकों के सर्वे में कुल 95 कांग्रेस विधायकों में से 27 विधायक रेड जोन में बताए गए हैं. जिनमें ग्वालियर-चंबल के विधायकों की संख्या ज्यादा हैं. इन विधायकों को अब दूसरे सर्वे के नतीजे का इंतजार है, जो कुछ हफ्तों में आएंगे. वहीं बीजेपी इस सर्वे पर चुटकी ले रही है. ग्वालियर के सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है कि, 2018 में ग्वालियर-चंबल के मतदाताओं से गलती हो गयी थी, लेकिन अब नहीं होगी.

रिपोर्ट के आधार पर होगी काट छांट: पीसीसी चीफ कमलनाथ ने रेड जोन वाले विधायकों के जिलों में हाल में नियुक्त संगठन और जिला प्रभारियों की हैसियत एकदम से ताकतवर हो गई है. क्योंकि टिकट बंटवारे के वक्त इन्हीं जिलाप्रभारियों की रिपोर्ट के हिसाब से कांटछांट होगी. तो वहीं ग्वालियर-चंबल में ग्वालियर में अजय सिंह गुट के महेंद्र सिंह चौहान, तो भिंड में दिग्विजय के अनुयायी वासुदेव शर्मा को जिम्मा सौंपा गया है. बहरहाल अब देखना ये होगा, जो विधायक अभी पीसीसी चीफ की लिस्ट में डेंजर जोन में हैं, वो अपनी कैसे छवि बदलते हैं. जिससे 2023 में अपना टिकट पक्का करा सकें. (MP Assembly Election 2023) (congress MLA 2023 tickets given on performance)

Last Updated : Sep 21, 2022, 6:53 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.