ग्वालियर। प्याज की आसमान छूती कीमतों पर ब्रेक लगने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश की मंडियों में प्याज 70 से 80 रुपए प्रति किलो के करीब पहुंच गया है. यही वजह है कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के किचन से प्याज धीरे-धीरे गायब होती जा रही है. प्याज के बढ़ते दामों पर बीजेपी प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है. वहीं प्रदेश सरकार ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है.
खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने केंद्र सरकार को प्याज की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार बताया है. मंत्री तोमर का कहना है कि एमपी सरकार प्याज की कालाबाजारी पर कंट्रोल कर रही है. दूसरे राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश में प्याज के दाम कम हैं. तोमर का कहना है कि राज्य सरकार तो अपना काम कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार नहीं सुन रही है. प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि प्याज की कीमतों को लेकर वो केंद्र को पत्र लिख रहे हैं, अर्जी लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है.