ग्वालियर। देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के चलते हुए लॉक डाउन के बाद मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक डिजी लैप नामक प्रोग्राम तैयार किया गया है. जिसमें छात्रों को घर पर ही पढ़ाई करने का मौका मिलेगा.
दरअसल, लॉकडाउन में सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद हैं और कोरोना का डर हर किसी को भी बाहर निकलने से रोक रहा है. ऐसे समय में छात्रों के सामने सबसे बड़ा सवाल अपने भविष्य को लेकर है. वहीं जब कई परीक्षाओं को भी निरस्त कर दिया गया है. ऐसे समय में प्रदेश सरकार का डिजी लैप यानि डिजिटल लर्निंग प्रोग्राम छात्रों के भविष्य के लिए संजीवनी बूटी बनकर आया है. सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में इसे प्रमुखता से अपनाया जा रहा है.
ग्वालियर के जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी ने बताया कि एंड्रायड मोबाइल के जरिए घर पर ही रहकर पढ़ाई करने का माध्यम बन चुका है. इस प्रोग्राम में क्लास और स्कूल स्तर पर ग्रुप बनाए गए हैं. जिसमें सभी छात्रों को क्लास टीचरों द्वारा प्रोजेक्ट दिए जा रहे हैं. किताबों के माध्यम से उनके सवालों के जवाब भी दिए जा रहे हैं. यही नहीं इन ग्रुपों में मेधावी और प्रश्न हल करने वाले छात्र-छात्राओं को टीचरों से प्रोत्साहन भी मिलता है. अपने ही घर पर रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का बेहतर प्रयोग हो रहा है. वहीं आपको बता दें कि सोशल मीडिया ग्रुप्स के अलावा दूरदर्शन और स्थानीय केबल नेटवर्क की मदद भी शिक्षा विभाग द्वारा ली जा रही है. एक निश्चित समयावधि में दूरदर्शन और केबल नेटवर्क के माध्यम से टीवी पर भी कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. छात्र छात्राएं भी इसमें भरपूर रूचि ले रहे हैं.